धार। लगातार गिरते जलस्तर पर प्रदेश का प्रशासन चिंतित नजर आ रहा है. बारिश के पानी को संरक्षित कर लगातार गिरते जलस्तर को कैसे रोका जाए, इस पर मंथन जारी है. शासन ने भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने के लिए किसानों से सहयोग मांगा है. धार जिले के कृषि विज्ञान केंद्र पर जल शक्ति अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि वैज्ञानिकों के साथ विशेषज्ञों ने किसानों को बताया कि वह किस तरीके से अपने खेत-खलिहान में बारिश के पानी को संरक्षित कर सकते हैं.
कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिकों के साथ विशेषज्ञों ने किसानों को बारिश का पानी संरक्षित करने के तरीके बताए. यदि भूमिगत जलस्तर बढ़ेगा तो खेती के लिए पानी उपलब्ध हो पाएगा, जोकि कृषि भूमि के लिए भी लाभकारी होगा, कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को बताया कि वह ऐसे बीजों का उपयोग करें, जो कम पानी में अच्छी पैदावार दे. साथ ही खेती में ड्रिप, स्प्रिंगर वाटर सिस्टम का भी उपयोग करें, जिससे फसलें कम पानी में तैयार हो सकें और पानी को संरक्षित किया जा सके.
इस विषय पर जल शक्ति अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों ने कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की बात सुनकर जलस्तर बढ़ाने में सहयोग देने का वादा भी किया है.