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मिसाल बने सास-ससुर! विधवा बहु का कराया पुनर्विवाह, उपहार में दिया बंगला - Father or mother in law gifted bungalow

धार के प्रकाश नगर निवासी एवं भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी युगप्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी रागिनी तिवारी ने अपनी विधवा बहू का अक्षय तृतीया पर पुनर्विवाह कराया. विधवा बहू का सास-ससुर ने माता-पिता बन कर पुनर्विवाह कराया, साथ ही अपने दिवंगत बेटे का बंगला भी बहू व उसके नए पति को उपहार में देकर बहू को गृहस्थ जीवन में प्रवेश कराया.

Dhar widowed daughter in law father in law remarried
धार की विधवा बहु का सास ससुर ने कराया पुनर्विवाह
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Published : May 13, 2022, 11:10 AM IST

Updated : May 13, 2022, 6:19 PM IST

धार। कोरोना महामारी ने लाखों घरों के चिराग बुझा दिए, तो करोड़ों को अनाथ कर दिया. किसी के मां-बाप छीन लिए, तो किसी बुजुर्ग की बुढ़ापे की लाठी छीन ली. ऐसा ही एक वाक्या धार में आया था, जहां रिटायर बैंक के अधिकारी के बेटे की कोरोना महामारी से मौत हो गई थी. वह अपने पीछे 9 साल की बेटी और पत्नी को छोड़ गए. अपने बेटे की मौत के बाद रिटायर्ड बैंक अधिकारी ने अपनी बहू और पोती का दर्द समझा और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी बहू को बेटी मानकर उसकी दूसरी शादी कराई और पिता के तौर पर कन्यादान किया.

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कंगना रनौत की नहीं हो पा रही शादी, ये 8 एक्ट्रेस भी 40 से पार की उम्र में बैठी हैं कुंवारी

विधवा बहू को माना बेटी और किया कन्यादान: कोरोना महामारी ने धार के युगप्रकाश तिवारी के बेटे प्रियंक तिवारी को छीन लिया प्रियंक की मौत के बाद जहां उनकी पत्नी और 9 साल की बेटी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. प्रियंका के सास-ससुर अपनी बहू और पोती पर आए संकट को समझ रहे थे और पहाड़ सी जिंदगी कैसे कटेगी, यह उनके सामने बड़ा सवाल था. उन्होंने अपनी पोती और बहू के दुख को समझा और एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने अपनी बहू को बेटी मानते हुए उसके लिए नए जीवन साथी की तलाश शुरू कर दी. काफी मशक्कत के बाद नागपुर में उन्होंने अपनी बहू की शादी तय की और अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर बहू को बेटी मानते हुए कन्यादान किया और धार में शादी संपन्न हुई.

बेटे के बंगले को किया गिफ्ट: धार में विवाह की रस्में अदा की गई. बहू जब सोलह श्रंगार कर घर से निकली तो ये खुशी सास-ससुर के लिए सबसे बड़ी थी. उनका कहना था कि " बहु से बेटी बनी रिचा की खुशी ही उनके लिए सबसे बड़ी है. वो उसे हमेशा खुश देखना चाहते थे. बेटी के चेहरे का गम बर्दाश्त के बाहर था. लिहाजा उसके लिए नए वर की तलाश में जमीन आसमान एक कर दिया. अब जिंदगी पहले से बेहतर होगी. बेटी विदा हो गई, धूमधाम से शादी करवाई है. बिटिया को कोई दिक्कत ना हो नए गृहस्थी को बसाने में इसलिए 60 लाख का बंगला भी तोहफे में दिया है. इस पर हक भी रिचा का ही था."

कैसे बिखरी थी जिंदगी: कोरोना इंफेक्शन के चलते पिछले साल 25 अप्रैल को युग तिवारी के बेटे प्रियंक इस दुनिया से रुखसत हो गए थे. 2011 में उसकी शादी रिचा से कराई थी. प्रियंक राजधानी भोपाल की नेटलिंक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और 9 साल की बेटी के पिता. अब शादी का यह फैसला प्रियंक के पिता युग तिवारी ने बहू और पोती के लिए लिया है जो अब उनकी बेटी है. हांलाकि रिचा इस शादी के लिए तैयार नहीं थी. मगर उसे युग तिवारी और उनकी पत्नी ने मनाया और फिर विवाद संपन्न हुआ. शादी महाराषट्र् के नागपुर निवासी वरुण मिश्रा से हुई है. नागपुर में उनका बंगला था जिसे प्रियंक ने ही खरीदा था उसे भी नव दंपति को गिफ्ट किया.

धार। कोरोना महामारी ने लाखों घरों के चिराग बुझा दिए, तो करोड़ों को अनाथ कर दिया. किसी के मां-बाप छीन लिए, तो किसी बुजुर्ग की बुढ़ापे की लाठी छीन ली. ऐसा ही एक वाक्या धार में आया था, जहां रिटायर बैंक के अधिकारी के बेटे की कोरोना महामारी से मौत हो गई थी. वह अपने पीछे 9 साल की बेटी और पत्नी को छोड़ गए. अपने बेटे की मौत के बाद रिटायर्ड बैंक अधिकारी ने अपनी बहू और पोती का दर्द समझा और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी बहू को बेटी मानकर उसकी दूसरी शादी कराई और पिता के तौर पर कन्यादान किया.

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कंगना रनौत की नहीं हो पा रही शादी, ये 8 एक्ट्रेस भी 40 से पार की उम्र में बैठी हैं कुंवारी

विधवा बहू को माना बेटी और किया कन्यादान: कोरोना महामारी ने धार के युगप्रकाश तिवारी के बेटे प्रियंक तिवारी को छीन लिया प्रियंक की मौत के बाद जहां उनकी पत्नी और 9 साल की बेटी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. प्रियंका के सास-ससुर अपनी बहू और पोती पर आए संकट को समझ रहे थे और पहाड़ सी जिंदगी कैसे कटेगी, यह उनके सामने बड़ा सवाल था. उन्होंने अपनी पोती और बहू के दुख को समझा और एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने अपनी बहू को बेटी मानते हुए उसके लिए नए जीवन साथी की तलाश शुरू कर दी. काफी मशक्कत के बाद नागपुर में उन्होंने अपनी बहू की शादी तय की और अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर बहू को बेटी मानते हुए कन्यादान किया और धार में शादी संपन्न हुई.

बेटे के बंगले को किया गिफ्ट: धार में विवाह की रस्में अदा की गई. बहू जब सोलह श्रंगार कर घर से निकली तो ये खुशी सास-ससुर के लिए सबसे बड़ी थी. उनका कहना था कि " बहु से बेटी बनी रिचा की खुशी ही उनके लिए सबसे बड़ी है. वो उसे हमेशा खुश देखना चाहते थे. बेटी के चेहरे का गम बर्दाश्त के बाहर था. लिहाजा उसके लिए नए वर की तलाश में जमीन आसमान एक कर दिया. अब जिंदगी पहले से बेहतर होगी. बेटी विदा हो गई, धूमधाम से शादी करवाई है. बिटिया को कोई दिक्कत ना हो नए गृहस्थी को बसाने में इसलिए 60 लाख का बंगला भी तोहफे में दिया है. इस पर हक भी रिचा का ही था."

कैसे बिखरी थी जिंदगी: कोरोना इंफेक्शन के चलते पिछले साल 25 अप्रैल को युग तिवारी के बेटे प्रियंक इस दुनिया से रुखसत हो गए थे. 2011 में उसकी शादी रिचा से कराई थी. प्रियंक राजधानी भोपाल की नेटलिंक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और 9 साल की बेटी के पिता. अब शादी का यह फैसला प्रियंक के पिता युग तिवारी ने बहू और पोती के लिए लिया है जो अब उनकी बेटी है. हांलाकि रिचा इस शादी के लिए तैयार नहीं थी. मगर उसे युग तिवारी और उनकी पत्नी ने मनाया और फिर विवाद संपन्न हुआ. शादी महाराषट्र् के नागपुर निवासी वरुण मिश्रा से हुई है. नागपुर में उनका बंगला था जिसे प्रियंक ने ही खरीदा था उसे भी नव दंपति को गिफ्ट किया.

Last Updated : May 13, 2022, 6:19 PM IST
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