धार। खुले में शौच मुक्त शहर बनने की होड़ के चलते अधिकारियों ने कागजों पर तो जिले की मनावर तहसील को ओडीएफ मुक्त घोषित कर दिया है. लेकिन जमीनी स्तर पर नगर में शौचालयों की हालत खस्ता है. आलम ये है कि शौचालयों में न तो दरवाजे हैं और न ही पानी की व्यवस्था. जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के चलते नगर को ओडीएफ घोषित कराने के लिए चुनिंदा सार्वजनिक शौचालयों में रंग रोगन और पुताई की गई थी. जबकि वार्ड क्रमांक 15 के ये सार्वजनिक शौचालय कुछ और ही सच्चाई बयां कर रहे हैं. इनकी टूटी दीवारें जर्जर छत इसकी खस्ता हालत का सबूत दे रहीं हैं.
लोगों ने बताया कि ये शौचालय उपयोग करने के लायक नहीं हैं. महिलाओं का कहना है उन्होंने शौचालयों की मरम्मत कराने के लिए नगर पालिका में कई बार शिकायत की है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिसकी वजह से मजबूरन उन्हें खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ता है.