देवास। प्रदेश सरकार विकास के कितने भी दावे कर ले, लेकिन आज भी कई गांव ऐसे हैं जो बदहाली की मार झेल रहे हैं. जिनकी याद नेताओं को केवल चुनाव में वोट लेने के समय आती है. उसके बाद उनके सभी वादे हवा हो जाते हैं. ऐसा ही हाल है बागली तहसील के चाकरपूरा गांव का. जहां आज तक सड़क नहीं पहुंची है. जिसके चलते एक मासूम ठीक समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाया और उसकी मौत हो गई.
बता दें चाकरपूरा गांव में सड़क नहीं होने बारिश के मौसम में शहर से गांव का संपर्क टूट जाता है. इसके अलावा गांव वालों को शहर तक पहुंचने के लिए तीन नदी-नालों का सामना करना पड़ता है. जिन पर पुल ही नहीं है. जिसके चलते बच्चे की तबीयत खराब होने बावजूद परिजन उसको समय पर अस्पताल नहीं ले जा पाए. जिससे उसकी तबीयत और बिगड़ गई. नदी में पानी कम होने पर परिजन जैसे-तैसे बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां कुछ दिनों बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इतना ही नहीं इसके बाद का मंजर और ही शर्मनाक था, जब ग्रामीणों को मृतक का शव, चारपाई से जाने लिए मजबूर होना पड़ा. इस मजबूरी का कारण था गांव में सड़क न होना. जिसके चलते एक मासूम को जान गंवानी पड़ी. ग्रामीणों ने बताया कि वह जिला प्रशासन से कई बार सड़क की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. केवल चुनाव के समय नेताओं को उनकी याद आती है.