देवास। नेमावर हत्याकांड को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में मामले की सीबीआई जांच और हत्यारों को फांसी देने की मांग को लेकर खातेगांव की सड़कों पर आदिवासी समाज का जनसैलाब उमड़ा. इस दौरान 'आरोपियों को फांसी दो फांसी दो' की आवाज पूरे इलाके में गूंज उठी. आदिवासी समाज के सैकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और बस स्टैंड पहुंचकर पुलिस थाना के सामने मृतकों की आत्मा शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की.
7 आरोपी गिरफ्तार
बता दें कि नेमावर में एक आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों की जघन्य हत्या कर दी गई थी. ऐसे में अब समाज की मांग हैं कि मामले में सीबीआई जांच हो, ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सकें और मामले में पुलिस की भूमिका भी स्पष्ट हो. फिलहाल, घटना से जुड़े 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं पूरे मामले में सरकार भी दोषियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएं हुए हैं.
क्या था पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक आरोप है कि 13 मई को नेमवार में सुरेंद्र राजपूत ने अपने भाई वीरेंद्र राजपूत और अन्य साथियों की मदद से आदिवासी परिवार के 5 लोगों हत्या कर दी थी. आरोप है कि उनके शवों को हत्यारों ने अपने खेत में दफना दिया था. करीब डेढ़ महीने बाद पांचों लोगों के शव पुलिस ने खुदाई करके बाहर निकाले. हत्याकांड की मुख्य वजह आदिवासी परिवार की बेटी और सुरेंद्र में अफेयर था. लड़की शादी के लिए दबाव डाल रही थी, जबकि सुरेंद्र की कहीं और शादी तय हो गई थी.इसी से पूरा विवाद जुड़ा था.
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मामले में अब तक क्या हुआ
दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नेमावर हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार के लिए 41 लाख 25 हजार की सहायता राशि का ऐलान किया है, सीएम ने निर्देश दिया है कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) में चलाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलवाई जाए. शिवराज सिंह चौहान ने कानून व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए और चाक-चौबंद व्यवस्था की जानी चाहिए, अपराधी तत्वों के मन में शासन का खौफ होना चाहिए, मध्यप्रदेश में असामाजिक अपराधिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए.
आरोपियों के मकान-दुकान पर चला बुल्डोजर
नेमावर बस स्टैंड के पास वार्ड नंबर 10 में मुख्य आरोपी सुरेंद्र और उसके भाई वीरेंद्र के मकान और दुकानों पर प्रशासन JCB मशीन लेकर पहुंचा. पुलिस की मौजूदगी में आरोपियों के मकान और दुकानों तोड़ दिया गया. वार्ड नंबर 14 में दूसरे आरोपी विवेक के पैतृक घर को भी प्रशासन ने ढहा दिया. कार्रवाई के दौरान कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, एसपी शिव दयाल सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौजूद थे.