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रजिस्ट्रार कार्यालय चल रहा चपरासी के भरोसे, जिम्मेदारों की अनदेखी से लोगों को होना पड़ रहा परेशान

देवास में उप पंजीयक कार्यालय कई सालों से एक चपरासी के भरोसे चल रहा है, बावजूद इसके कोई इस कार्यालय की ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके कारण यहां आए हितग्राहियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

There is no Registrar Officer in the Registrar Office in  dewas
रजिस्ट्रार कार्यालय चल रहा चपरासी के भरोसे
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Published : Jan 30, 2020, 11:59 AM IST

Updated : Jan 30, 2020, 1:04 PM IST

देवास। मध्यप्रदेश शासन को करोड़ों रुपए का सालाना राजस्व देने वाला कन्नौद का उप पंजीयक कार्यालय (रजिस्ट्रार ऑफिस) इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यहां का आलम यह है कि दिनभर कार्यालय सूना पड़ा रहता है, जहां सैकड़ों फाइलें रखी हुई हैं. कोई रजिस्ट्रार यहां दिनभर मौजूद नहीं रहता. समय पर अधिकारी नहीं मिलने से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

रजिस्ट्रार कार्यालय चल रहा चपरासी के भरोसे

कन्नौद में विकासखण्ड स्तर पर उप पंजीयक कार्यालय हैं, लेकिन यहां महीनों से रजिस्ट्रार का पद खाली पड़ा हुआ है. जिस रजिस्ट्रार के पास प्रभार है, वो दो-दो जगह के प्रभार होने के कारण कन्नौद कार्यालय में पूरे समय नहीं बैठ पाते हैं. जब कोई रजिस्ट्री का काम होना होता है, तो वह आकर काम करके चले जाते हैं, बाकी एक चपरासी के भरोसे सालों से यहां का काम चल रहा है. वहीं यह रजिस्ट्रार ऑफिस इसी हाल में संचालित हो रहा है.

बड़ी बात यह है कि उच्चाधिकारियों को इस कार्यालय की ओर देखने की फुर्सत नहीं है. जहां ऑफिस में रजिस्ट्री कराने वाले आते हैं, लेकिन रजिस्ट्रार नहीं मिलने से कई लोगों को रजिस्ट्री की नकल भी समय पर नहीं मिल पाती है, जबकि कन्नौद विकास खण्ड मुख्यालय होने से कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है, जिसमें कन्नौद, सतवास और कई तहसील से लोग आकर परेशान होते हैं. इस उप पंजीयक कार्यालय में दलालों का बोलबाला है और खुलेआम रजिस्ट्री के नाम पर लाखों की लूट होती है.

वहीं क्षेत्र में स्टांप वेंडर मनमाने शुल्क में स्टांप की बिक्री कर रहे हैं, जिसे रोकने वाला कोई नहीं होने से वह अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं और बेचारा उपभोक्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है.

देवास। मध्यप्रदेश शासन को करोड़ों रुपए का सालाना राजस्व देने वाला कन्नौद का उप पंजीयक कार्यालय (रजिस्ट्रार ऑफिस) इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. यहां का आलम यह है कि दिनभर कार्यालय सूना पड़ा रहता है, जहां सैकड़ों फाइलें रखी हुई हैं. कोई रजिस्ट्रार यहां दिनभर मौजूद नहीं रहता. समय पर अधिकारी नहीं मिलने से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

रजिस्ट्रार कार्यालय चल रहा चपरासी के भरोसे

कन्नौद में विकासखण्ड स्तर पर उप पंजीयक कार्यालय हैं, लेकिन यहां महीनों से रजिस्ट्रार का पद खाली पड़ा हुआ है. जिस रजिस्ट्रार के पास प्रभार है, वो दो-दो जगह के प्रभार होने के कारण कन्नौद कार्यालय में पूरे समय नहीं बैठ पाते हैं. जब कोई रजिस्ट्री का काम होना होता है, तो वह आकर काम करके चले जाते हैं, बाकी एक चपरासी के भरोसे सालों से यहां का काम चल रहा है. वहीं यह रजिस्ट्रार ऑफिस इसी हाल में संचालित हो रहा है.

बड़ी बात यह है कि उच्चाधिकारियों को इस कार्यालय की ओर देखने की फुर्सत नहीं है. जहां ऑफिस में रजिस्ट्री कराने वाले आते हैं, लेकिन रजिस्ट्रार नहीं मिलने से कई लोगों को रजिस्ट्री की नकल भी समय पर नहीं मिल पाती है, जबकि कन्नौद विकास खण्ड मुख्यालय होने से कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है, जिसमें कन्नौद, सतवास और कई तहसील से लोग आकर परेशान होते हैं. इस उप पंजीयक कार्यालय में दलालों का बोलबाला है और खुलेआम रजिस्ट्री के नाम पर लाखों की लूट होती है.

वहीं क्षेत्र में स्टांप वेंडर मनमाने शुल्क में स्टांप की बिक्री कर रहे हैं, जिसे रोकने वाला कोई नहीं होने से वह अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं और बेचारा उपभोक्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है.

Intro:कन्नौद रजिस्ट्रार कार्यालय जिम्मेदारों की अनदेखी से चपरासी के भरोसे चल रहा


खातेगांव। मध्यप्रदेश शासन को करोडो रुपए का सालाना राजस्व देने वाला कन्नौद का उप पंजीयक कार्यालय ,,( रजिस्टार आफीस ) इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है जो विभाग शासन को राजस्व के रूप में करोड़ो रुपए देता है उस उपपंजीयक विभाग की हालत देखना हो तो देवास जिले के कन्नौद मुख्यालय पर पुरानी तहसील कार्यालय के पीछे स्थित उप पंजीयक कार्यालय में आसानी से देखी जा सकती है जहां के आलम यह है कि दिन भर कार्यालय सुना पड़ा रहता है जहां सैकडो फाइले रखी हुई है।

Body:कन्नौद मे विकासखण्ड स्तर पर उप पंजीयक कार्यालय हैं लेकिन यहा महिनो से रजिस्टार अधिकारी का पद खाली पडा हुआ है जिस रजिस्टार अधिकारी के पास प्रभार है वो दो-दो जगह के प्रभार होने के कारण कन्नौद कार्यालय में पुरे समय नही बैठ पाते है जब कोई रजिस्ट्री का कार्य होना होता है तो वह आकर कार्य करके चले जाते हैं बाकी एक चपरासी के भरोसे कन्नौद का उप पंजीयक कार्यालय वर्षों से चल रहा है रजिस्टार आफीस इसी हाल में संचालित हो रहा है


Conclusion:विडंबना यह है उच्चाधिकारीयो को इस कार्यालय की ओर देखने की फुर्सत नहीं है जहां कार्यालय में रजिस्ट्री कराने वाले हितग्राही आते हैं जिन्हें रजिस्टार नहीं मिलने से तथा कई लोगों को रजिस्टी की नकल भी समय पर नहीं मिल पाती है जबकि कन्नोद विकास खण्ड मुख्यालय होने से कार्य क्षेत्र बहुत बड़ा है जिसमें कन्नौद सतवास तेहसील आदि से लोग आकर परेशान होते हैं और इस उप पंजीयक कार्यालय में दलालों का बोलबाला खुलेआम रजिस्ट्री के नाम पर लाखों की लूट खसोट होती हे वही क्षेत्र में स्टांप वेंडर मनमाने शुल्क में स्टांप की बिक्री कर रहे हैं जिसे भी रोकने वाला कोई नहीं होने से वह अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं और बेचारा उपभोक्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है क्या जिला कलेक्टर कभी इस कार्यालय का अचानक निरीक्षण कर यहां की अनियमितताओं को उजागर करने में कोई पहल करेंगे जिससे कि आम लोगों को इस कार्यालय में आने पर असुविधा का सामना ना करना पडे।

बाईट- शंकरलाल धूत, भृत्य रजिस्ट्रार कार्यालय कन्नौद
Last Updated : Jan 30, 2020, 1:04 PM IST
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