देवास। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ आई, बाढ़ ने आम जन जीवन अस्तव्यस्त कर दिया. इस आफत की बारिश के चलते जिले के अंतिम छोर पर बसे नर्मदा नदी घाट के नेमावर में भी बारिश ने विकराल रूप ले लिया था. जिसके कारण नर्मदा घाट पर नारियल, प्रसाद की दुकान लगाने वालों का सबकुछ बाढ़ में बह गया और सिर्फ दुख और तकलीफें ही हाथ लगीं.
अपने पिता के साथ बचपन से ही नर्मदा घाट पर नारियल, प्रसाद की दुकान लगाने वाली एक युवती की दुकान और गृहस्थी का पूरा सामान पिछले दिनों आई बाढ़ में बह गया, कुछ नहीं बचा. पीड़ित युवती ने ईटीवी भारत की टीम को मुख्यमंत्री की सालों पुरानी फोटो अपने साथ लिए बताया कि, जब मैं छोटी थी तो 'मामा जी' शिवराज सिंह चौहान पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, नेमावर नर्मदा घाटी पर पूजा करने आए थे, तो मेरे पापा ने मुझे उनसे मिलवाया था.
तब मामा शिवराज ने मेरे साथ फोटो खिंचवाई थी और पापा और मुझे कहा था कि, कोई भी दिक्कत हो या मदद की जरूरत हो तो मुझे बताना. लेकिन आज मामा शिवराज सिंह चौहान से बाढ़ में बर्बाद हुई दुकान और गृहस्थी वापस बसाने को लेकर सहायता मांग रही हूं, कि मामा जी अपने जो मदद करने का वादा अपने बचपन मे मुझसे और पापा से किया था, वह पूरा कर दो.