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5 महीने बाद भी नहीं खुली कई विषयों की किताबें, दांव पर छात्रों का भविष्य

देवास के खातेगांव तहसील के ग्राम विक्रमपुर के शासकिय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा ने औचक निरीक्षण किया. स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी है साथ ही अतिथि शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल चल रहा है.

विधायक आशीष शर्मा ने किया विद्यालय का ओचक निरिक्षण
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Published : Nov 18, 2019, 9:46 PM IST

Updated : Nov 18, 2019, 11:13 PM IST

देवास। स्कूलों में शिक्षा का स्तर जानने के लिए क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा ने खातेगांव तहसील के विक्रमपुर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. जहां उन्होंने छात्र-छात्राओं से बात कर पढ़ाई का स्तर जाना. स्कूल में कक्षा 9वीं- 12वीं तक करीब 300 विद्यार्थी पढ़ते हैं, छात्र-छात्राओं ने विधायक को बताया कि स्कूल में कई विषयों के शिक्षक ही नहीं हैं, जिसके चलते कई किताबें अब तक खुल ही नहीं पाई हैं.

शिक्षकों के तबादले से छात्र परेशान
स्कूल में तबादले के बाद तीन शिक्षकों को आना था लेकिन अभी तक एक ही शिक्षक है. अतिथि शिक्षकों के भरोसे छात्रों का भविष्य है, वहीं विषयों के हिसाब से शिक्षक भी नहीं हैं जिसकी वजह से पढ़ाई का बोझ छात्रों पर बढ़ता ही जा रहा है.स्कूल की छात्रा ने बताया कि 11वीं और 12वीं में बायो, फिजिक्स और कक्षा 9वीं और 10वीं में गणित के शिक्षक ही नहीं है, जिसकी वजह से आज तक इन विषयों की किताबें नहीं खुल पाई हैं.

अतिथि शिक्षकों को नहीं मिला वेतन
अतिथि शिक्षक दिलीप सिंह परमार ने बताया कि पिछले 5 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है, फिर भी बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वो स्कूल आ रहे है. विधायक ने स्कूल में शिक्षकों की बिगड़ती व्यवस्था देखकर सरकार की तबादला नीति पर सवाल उठाए है. वहीं जब विधायक ने 9वीं के छात्र-छात्राओं को फर्श पर बैठा देखा तो उन्होनें छात्र-छात्राओं के फर्नीचर के लिए एक लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की.

देवास। स्कूलों में शिक्षा का स्तर जानने के लिए क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा ने खातेगांव तहसील के विक्रमपुर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. जहां उन्होंने छात्र-छात्राओं से बात कर पढ़ाई का स्तर जाना. स्कूल में कक्षा 9वीं- 12वीं तक करीब 300 विद्यार्थी पढ़ते हैं, छात्र-छात्राओं ने विधायक को बताया कि स्कूल में कई विषयों के शिक्षक ही नहीं हैं, जिसके चलते कई किताबें अब तक खुल ही नहीं पाई हैं.

शिक्षकों के तबादले से छात्र परेशान
स्कूल में तबादले के बाद तीन शिक्षकों को आना था लेकिन अभी तक एक ही शिक्षक है. अतिथि शिक्षकों के भरोसे छात्रों का भविष्य है, वहीं विषयों के हिसाब से शिक्षक भी नहीं हैं जिसकी वजह से पढ़ाई का बोझ छात्रों पर बढ़ता ही जा रहा है.स्कूल की छात्रा ने बताया कि 11वीं और 12वीं में बायो, फिजिक्स और कक्षा 9वीं और 10वीं में गणित के शिक्षक ही नहीं है, जिसकी वजह से आज तक इन विषयों की किताबें नहीं खुल पाई हैं.

अतिथि शिक्षकों को नहीं मिला वेतन
अतिथि शिक्षक दिलीप सिंह परमार ने बताया कि पिछले 5 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है, फिर भी बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वो स्कूल आ रहे है. विधायक ने स्कूल में शिक्षकों की बिगड़ती व्यवस्था देखकर सरकार की तबादला नीति पर सवाल उठाए है. वहीं जब विधायक ने 9वीं के छात्र-छात्राओं को फर्श पर बैठा देखा तो उन्होनें छात्र-छात्राओं के फर्नीचर के लिए एक लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की.

Intro:5 माह बीतने के बाद भी फीजिक्स, बायो और गणित की किताबें नही खुली, विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर

प्रदेश सरकार की तबादला नीति से बिगड़ी व्यवस्था, क्षेत्र के कई स्कूल हुए शिक्षक विहीन

खातेगांव। स्कूल में शिक्षा का स्तर जानने के लिए क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा के खातेगांव तहसील के ग्राम विक्रमपुर के शा उ मा विद्यालय का ओचक निरीक्षण किया। छात्र-छात्राओं से चर्चा कर पढ़ाई का स्तर जाना। तो छात्राओं ने विधायक को बताया कि उनके स्कूल में विषयवार शिक्षक ही नही है जिसके कारण कई किताबें अब तक नही खुली है। शासन स्तर से 3 शिक्षकों का तबादला होने के बाद शासन स्तर से 1 शिक्षक ही है। और अतिथि शिक्षक के भरोसे उनका भविष्य है। विषयवार में अतिथि शिक्षक भी नही है। ऐसे में बच्चों को पढ़ाई बोझ लगने लगी है। यहां के स्कूल में कक्षा 9 वी से 12 वी तक करीब 300 विद्यार्थी है।
कक्षा 9 वी के छात्र-छात्राओं को फर्श पर बैठा देख विधायक ने छात्र-छात्राओं के फर्नीचर के लिए 1 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की।

Body:उपस्थित अतिथि शिक्षकों ने विधायक को बताया कि यहां के 3 शिक्षकों का तबादला हो गया और नए शिक्षक की नियुक्ति भी नही हुई। विषयवार जो भी अतिथि शिक्षक नियुक्त है वही अध्यापन कार्य संभाल रहे है। फिजिक्स और बायोलॉजी विषय का शिक्षक नही होने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

इस दौरान स्कूल की छात्रा वंदना बागवान ने बताया की 11वीं व 12वीं में बायो, फिजिक्स और कक्षा नौवीं एवं दसवीं में गणित के शिक्षक नहीं होने से आज तक हमारी पुस्तक नहीं खुल पाई। और ना ही इन विषयों की पढ़ाई हुई, ऐसे में हमारा भविष्य अंधकारमय में है। कुछ भी करें हमें इन सब्जेक्ट के शिक्षक उपलब्ध कराएं। हम परीक्षा में क्या लिखेंगे, किस तरह से पास होंगे, हमें जब पढ़ाने वाले शिक्षक ही पढ़ाने नहीं है तो ऐसे में हमारे भविष्य क्या होगा।

अतिथि शिक्षक दिलीप सिंह परमार ने बताया कि मैं पिछले 5 माह से पोर्टल पर नाम नही होने से वेतन नही मिला है। फिर भी बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अध्यापन कार्य करवा रहा हूं।

Conclusion:इधर विधायक ने स्कूल में शिक्षकों की बिगड़ती व्यवस्था देख प्रदेश सरकार की तबादला नीति पर सवाल उठाए है। विधायक ने यह भी कहा की तबादला नीति में खातेगांव विधानसभा से करीब 300 शिक्षकों का तबादला हुआ और केवल 100 शिक्षक आये। ऐसे में बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। शिक्षकों की समस्या के संबंध में डीईओ से बात की है।


बाईट- 1 आशीष शर्मा, विधायक खातेगांव-कन्नौद

2 स्कूली छात्रा
Last Updated : Nov 18, 2019, 11:13 PM IST
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