देवास/हाटपिपलिया। नारियल का पानी और उसकी मलाई सेहत के लिए फायदेमंद होती है, ये तो सभी को पता है, लेकिन क्या आपने ये सोचा है कि नारियल का खोल किसी का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल कर सकता है. देवास की राधिका उदावत ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है.
इंदौर के होल्कर कॉलेज में पढ़ने वाली राधिका ने 51 कच्चे हरे नारियल पर विश्व धरोहर की रंग-बिरंगी आकृतियां बनाई हैं. राधिका ने वेस्ट होने वाले नारियल पर अपनी कला को कुछ ऐसा बिखेरा कि उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया. यूनेस्को ने राधिका की कला को संज्ञान में लिया और उसके नाम पर यह रिकॉर्ड दर्ज हुआ. राधिका बताती हैं कि लोगों में स्वच्छता और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लेकर जागरूकता फैलाने के लिए उन्होंने ये रिकॉर्ड बनाया है.
राधिका की इस कामयाबी ने पूरे जिले का गौरव बढ़ दिया है. राधिका के पिता किसान हैं, वह कहते हैं कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज़ है. वहीं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेश प्रताप सिंह कहते हैं कि माता-पिता और टीचर्स के सही मार्गदर्शन की वजह से राधिका न सिर्फ पढ़ाई में अच्छी है, बल्कि उसने जिले का गौरव भी बढ़ाया है.
राधिका का सपना IAS अफसर बनने का है. सभी को पूरा भरोसा है कि वो एक अच्छी अफसर बनेगी. वो कहते हैं ना कि कुछ करने की चाह हो तो मुश्किलें आसान हो जाती है. हम उम्मीद करते हैं कि राधिका अपने सारे सपने पूरे करेगी.