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वन माफिया धड़ल्ले से कर रहे है बेशकीमती सागौन के पेड़ों की कटाई, अधिकारियों ने मूंदी आंखें - dewas

वन विभाग द्वारा जंगल की सुरक्षा के तमाम दावे किये जा रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर नजारा कुछ और ही दिखाई देता है. लकड़ी माफिया पेड़ों की अवैध कटाई करके मौके पर घण्टो सिल्लियां बनाते हैं और काम की लकड़ी अपने साथ ले जाते हैं और बाकी अवशेष छोड़ कर चले जाते हैं.

धड़ल्ले से हो रही सागौन की अवैध कटाई
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Published : Jun 22, 2019, 1:16 PM IST

देवास/खातेगांव। खातेगांव-कन्नौद वन परिक्षेत्र का जंगल इन दिनों वन माफियाओं के निशाने पर है. माफिया धड़ल्ले से जंगल में बेशकीमती सागौन के पेड़ों की कटाई कर रहे हैं, जिसके चलते जंगल मे कहीं भी कटे हुए पेड़ों की ठूंठ आसानी से देखी जा सकती हैं. लकड़ी का परिवहन भी वाहनों के द्वारा किया जा रहा है. जिसका प्रमाण टायरों के निशान से मिल रहा है.

धड़ल्ले से हो रही सागौन की अवैध कटाई
  • पानीगांव के कलवार घाट पर नेशनल हाई-वे से लगे जंगल में सागौन के 8 पेड़ काटे गए साथ ही मौके पर सिल्लियां भी बनाई गई.
  • खातेगांव वनपरिक्षेत्र की विक्रमपुर सबरेंज की सागोनिया बीट में कुसमानिया-विक्रमपुर मुख्य मार्ग किनारे सागवान के 15 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई हुई है. जंगल में बैलगाड़ी और ट्रैक्टर के पहियों के निशान भी है.
  • कन्नौद वनपरिक्षेत्र की कुसमानिया सबरेंज के जंगल मे सागवान के 34 पेड़ों की अवैध कटाई एक साथ हुई 4 खिवनी अभ्यारण्य के जंगल के कक्ष क्रमांक 203 और 208 के साथ ही अन्य कक्षों में बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है.

वहीं डीएफओ का कहना है, कि वनचौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. जो भी इसमें शामिल होंगे उन पर छापेमार कार्रवाई की जाएगी.

देवास/खातेगांव। खातेगांव-कन्नौद वन परिक्षेत्र का जंगल इन दिनों वन माफियाओं के निशाने पर है. माफिया धड़ल्ले से जंगल में बेशकीमती सागौन के पेड़ों की कटाई कर रहे हैं, जिसके चलते जंगल मे कहीं भी कटे हुए पेड़ों की ठूंठ आसानी से देखी जा सकती हैं. लकड़ी का परिवहन भी वाहनों के द्वारा किया जा रहा है. जिसका प्रमाण टायरों के निशान से मिल रहा है.

धड़ल्ले से हो रही सागौन की अवैध कटाई
  • पानीगांव के कलवार घाट पर नेशनल हाई-वे से लगे जंगल में सागौन के 8 पेड़ काटे गए साथ ही मौके पर सिल्लियां भी बनाई गई.
  • खातेगांव वनपरिक्षेत्र की विक्रमपुर सबरेंज की सागोनिया बीट में कुसमानिया-विक्रमपुर मुख्य मार्ग किनारे सागवान के 15 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई हुई है. जंगल में बैलगाड़ी और ट्रैक्टर के पहियों के निशान भी है.
  • कन्नौद वनपरिक्षेत्र की कुसमानिया सबरेंज के जंगल मे सागवान के 34 पेड़ों की अवैध कटाई एक साथ हुई 4 खिवनी अभ्यारण्य के जंगल के कक्ष क्रमांक 203 और 208 के साथ ही अन्य कक्षों में बड़ी संख्या में सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है.

वहीं डीएफओ का कहना है, कि वनचौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. जो भी इसमें शामिल होंगे उन पर छापेमार कार्रवाई की जाएगी.

Intro:जंगल मे हो रही बेशकीमती सागवान के पेड़ों की अवैध कटाई

खातेगांव। खातेगांव-कन्नौद वन परिक्षेत्र का जंगल इन दिनों लकड़ी माफियाओ के निशाने पर है, लकड़ी माफिया बेख़ौफ़ होकर जंगल मे बेशकीमती सागवान के पेड़ो की कटाई कर रहे है जिसके चलते जंगल मे कही भी पेड़ो के ठूँठ आसानी से देखे जा सकते है।
वन विभाग द्वारा जंगल की सुरक्षा के तमाम दावे किये जा रहे है लेकिन जमीनी स्तर पर नजारा कुछ और ही दिखाई देता है। लकड़ी माफिया पेड़ो की अवैध कटाई करके मौके पर घण्टो सिल्लियां बनाते है। और काम की लकड़ी अपने साथ ले जाते है। और बाकी अवशेष छोड़ कर चले जाते है। लकड़ी का परिवहन भी वाहनों के द्वारा किया जा रहा है। जिसका प्रमाण ठूँठ के पास बने वाहन के टायरों के निशान है।
इस प्रकार जंगल मे पेड़ो की अवैध कटाई से पर्यावरण का संतुलन तो बिगड़ ही रहा है साथ ही वन्य जीवों पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है।


Body:इन दिनों वन मंडल देवास के अंतर्गत आने वाले

1 वनपरिक्षेत्र पानीगांव के कलवार घाट पर नेशनल हाइवे से लगे जंगल मे सागवान के 8 पेड़ काटे गए। साथ ही मौके पर सिल्लियां भी बनाई।

2 खातेगांव वनपरिक्षेत्र की विक्रमपुर सबरेंज की सागोनिया बीट में कुसमानिया-विक्रमपुर मुख्य मार्ग किनारे सागवान के 15 से अधिक पेड़ो की अवैध कटाई हुई है। जंगल मे बैलगाड़ी और ट्रेक्टर के पहियों के निशान भी है


3 कन्नौद वनपरिक्षेत्र की कुसमानिया सबरेंज के जंगल मे सागवान के 34 पेड़ों की अवैध कटाई एक साथ हुई है।

4 खिवनी अभ्यारण्य के जंगल के कक्ष क्रमांक 203 और 208 के साथ ही अन्य कक्षो में बड़ी संख्या में सागवान के पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है।


Conclusion:पिछले कुछ महीनों से जंगल मे अवैध पेड़ो की कटाई होने की घटना बढ़ी है। जो कि वरिष्ठ अधिकारियों की निष्क्रियता बयां कर रही है, यदि इसी तरह जंगल मे पेड़ो की कटाई होती रही तो वह दिन दूर नही जब आने वाली पीढ़ी जंगल देखने को तरसेगी

(खातेगांव-कन्नौद वनपरिक्षेत्र में जिन जगहों पर अवैध कटाई हुई है, वहाँ प्रथम दृष्टया व्यापारिक दृष्टि से कटाई होना प्रतीत होता है। ये किसी संगठित गिरोह का हिस्सा लगता है। हमारी वनचौकियो को अलर्ट किया हुआ है। जो भी लोग इस कार्य मे सम्मिलित है उनपर जल्दी ही छापामार कार्यवाही की जाएगी।
--पीएन मिश्रा, डीएफओ देवास)
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