देवास। जिले के नेमावर में बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. कोरोना की मार झेल रहे बाढ़ पीड़ितों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है, जहां बाढ़ प्रभावित वार्ड क्रमांक-14 के लोगों ने राशन और राहत राशि नहीं मिलने से आक्रोशित होकर नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया.
दरअसल 29 और 30 अगस्त 2020 की रात को नेमावर में आई बाढ़ ने चारों ओर पानी-पानी कर दिया था. नर्मदा नदी खतरे के निशान से 20 फीट ऊपर जा पहुंची थी, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ था. इसी के मद्देनजर सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद नेमावर पहुंचे थे, जहां उन्होंने कहा था कि नेमावर के हर व्यक्ति को आर्थिक राहत और राशन मिलेगा, लेकिन 1 महीने होने को है. अब तक अधिकांश वार्ड के रहवासियों को ना तो राशन मिला है और ना ही राहत राशि.
नवागत सीएमओ अशोक कुमार भमोलिया ने बताया कि खाद्यान और राहत राशि तहसील कार्यालय द्वारा प्रदान की जानी है, जिसके लिए पटवारी द्वारा सर्वे किया गया है.
बहरहाल मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि तत्काल राहत के रूप में प्रत्येक परिवार को 50 किलो गेहूं दिया जाए. सिर्फ इतना ही नहीं कपड़े और बर्तन तक का हर्जाना सर्वे कराकर देने की बात कही गई थी, लेकिन राहत राशि तो दूर, अब तक सभी लोगों को गेहूं तक नहीं मिल पाया है.