दतिया। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मदरसा एवं मिशनरी स्कूलों को आड़े हाथ लेते हुए धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर दंडात्मक कार्रवाई करने की बात कही है. दतिया पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने स्कूल शिक्षा में सुधार को लेकर बात करते हुए कहा कि शिक्षकों और छात्रों की अटेंडेंस भी अब ऑनलाइन होगी. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना प्राथमिकता है. किताबों के वितरण के लिए मॉनीटरिंग सिस्टम बना रहे हैं जिससे कोई कि पुस्तकों से वंचिंत न रहे. स्कूल शिक्षा मंत्री ने 5वीं और 8वीं की परीक्षा बोर्ड करना भी इसके लिए एक अहम कदम बताया.
धार्मिक स्वतंत्रता का गलत उपयोग: शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा हम शिक्षा में गुणवत्ता पूर्ण सुधार करेंगे. शिक्षक एवं छात्र दोनों के बीच बड़ा सुधार करेंगे. उन्होंने मदरसों एवं मिशनरी स्कूलों में धर्मांतरण के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि यह तो अभिभावकों को तय करना है कि वह अपने बच्चों को किस प्रकार की शिक्षा दिलाना चाहते हैं. परमार ने कहा ऐसे कई मामले मेरे सामने आए हैं. अनुच्छेद 30 को लेकर उन्होंने कहा कि उक्त लोग अनुच्छेद 30 को तोड़ मरोड़ रहे हैं जिसमें धार्मिक स्वतंत्रता, भाषाई स्वतंत्रता की गलत व्याख्या कर इस प्रकार के कृत्य कर रहे हैं ऐसे लोगों के विरुद्ध हम कठोर से कठोर दंडात्मक कार्रवाई करेंगे.
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परमार का दतिया दौरा: स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार सड़क मार्ग से शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे दतिया पहुंचे. यहां उन्होंने प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां पीतांबरा पीठ पहुंचकर मां बगलामुखी के दर्शन कर महाभारत कालीन वन खंडेश्वर महादेव का जल अभिषेक किया. स्थानीय सर्किट हाउस में परमार ने नवीन शिक्षा सत्र में तमाम सुधार करने कि विषयों पर कलेक्टर सहित आला अधिकारियों की बैठक ली. इसके बाद वह सड़क मार्ग से होते हुए शिवपुरी के लिए रवाना हुए.