दतिया। महाराष्ट्र से यूपी के सिद्धार्थनगर पैदल जा रहे मजदूर की दतिया में अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. लेकिन अस्पताल में सही समय पर इलाज नहीं मिल पाने की वजह से मजदूर की मौत हो गई. मृतक मजदूर आशिक अली उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थ नगर का रहने वाला है, जो मुबंई के बोरिवली में मजदूरी करता था, लॉकडाउन होने के कारण वो वहीं फंस गया. जिसके चलते उसने पैदल ही अपने घर लौटने का फैसला किया. वो अपने मामा के साथ वापस उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहा था. लेकिन दतिया के सिकंदरा बैरियर के पास उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद आनन-फानन में उसे 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया गया. लेकिन सही समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई.
अस्पताल ने नहीं मिला था इलाज
पुलिस ने 108 एंबुलेंस को बुलाकर मजदूर को अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन वहां के स्टाफ ने मजदूर का बिना इलाज किए ही लौटा दिया. इसके बाद अस्पलात में युवक को दतिया जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन तब तक पहुंचने में काफी देर हो गई थी. एंबुलेंस में ढाई घंटे तक इस अस्पताल से उस अस्पताल तक घुमाया गया लेकिन उसे सही इलाज नहीं मिला और आखिरकार उसकी मौत हो गई.
दरअसल मजदूर कई किलोमीटर पैदल चलकर आ रहे थे, भूख प्यास की वजह से उसका शरीर काफी कमजोर हो गया था. वहीं सही इलाज ना मिल पाना उसकी मौत की वजह बनी.