दतिया। जिले में कलेक्टर रोहित सिंह ने जेपी सिंह बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग दतिया का निरीक्षण किया है. जिसमें पंगेसिउस, कॉमन सर्प, सिंधी, कोई प्रजाति की मछलियों का उच्च तकनीकी से उत्पादन व पालन किया जा रहा है. कलेक्टर ने अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धनंजय मिश्रा को जिले में प्रत्येक विकासखंड से SHG (स्व-सहायता समूह) की महिलाओं को आवश्यक रूप से एक दिवसीय फिश फार्मिंग का प्रशिक्षण दिलवाए जाने के निर्देश दिये हैं. जिसे लेकर NRLM के साथ मिलकर प्रस्ताव तैयार कर आवश्यक प्रशिक्षण दिलवाए जाने की बात कही है.
कलेक्टर रोहित सिंह द्वारा सहायक संचालक को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक विकासखंड में एक-एक मॉडल के रूप में बायो फ्लॉक फार्मिंग का प्रस्ताव तैयार कर बैंकों को प्रस्ताव भेजें ताकि जिले के मत्स्य उत्पादन को नई दिशा मिल सके. फार्म के संचालक जेपी सिंह द्वारा बताया गया कि फिश फार्म साल 2018 में स्थापित किया गया था. साथ ही बायो फ्लॉक सिस्टम लगाया गया है, जिसमें लगभग 10 मेट्रिक टन मत्स्य उत्पादन प्रतिवर्ष हो रहा है. फिश फॉर्म में पूरे देश के मत्स्य पालकों को सशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है. अभी तक तीन हजार से अधिक कृषिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
फार्म में स्वयं के फॉर्मूले से तैयार प्रोडक्ट एवं अन्य बायोफ्लेक्स फिटिंग मटेरियल भी विक्रय के लिए उपलब्ध हैं. कलेक्टर द्वारा जिले में स्थापित फिश फार्म की जानकारी अन्य फिश फार्मर को भी दिये जाने के निर्देश दिये गए हैं. निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत धनंजय मिश्रा ,गिरीराज दुबे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद दतिया, नितेश भार्गव तहसीलदार, अनिल कुमार अवस्थी सहायक संचालक मत्स्य उद्योग, राजेश कुमार पाठक, सहायक मतस्य उद्योग अधिकारी एवं मुकेश विश्वकर्मा उपस्थित रहे.