दमोह। हटा में एक बार फिर झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही का मामला सामने आया है. झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से महिला की हालत बिगड़ गई है. बताया जा रहा है कि महिला पैर में दर्द का इलाज कराने आरडी हॉस्पिटल डिस्पेंसरी में गई थी. जहां झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने से महिला बेहोश हो गई. महिला की हालत बिगड़ता देख झोलाछाप डॉक्टर कथित डिस्पेंसरी बंद कर मौके से फरार हो गया.
जानकारी के मुताबिक नगर के सरकारी अस्पताल के सामने राकेश दाहिया नामक कथित डॉक्टर करीब एक साल से डिस्पेंसरी का संचालन कर रहा है. जहां पर नगर की ही गैस एजेंसी में काम करने वाली महिला कर्मचारी शिखा पांडेय पैर में दर्द होने के कारण इलाज कराने पहुंची थी. इस बीच डॉक्टर ने दो इंजेक्शन लगाए और कुछ दवाइयां दी. शुक्रवार रात करीब 8.30 बजे के डॉक्टर से इलाज कराने के बाद महिला घर पहुंची तो वे बेहोश हो गई. जिसके बाद परिजन उसे सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां पर डॉक्टरों के इलाज के बाद महिला को होश आया है.
सिविल अस्पताल के सीएमओ डॉ. पीडी करगेया ने बताया कि महिला को दो इंजेक्शन लगाने और दवा खाने से तबियत बिगड़ने पर भर्ती कराया गया है. महिला का इलाज गलत किया गया है. जिससे उसकी सांसें रुकने लगी थीं. सही समय पर इलाज न मिलने से महिला की जान भी जा सकती थी. वहीं झोलाछाप डॉक्टर की जांच कर कार्रवाई की बात अधिकारी कह रहे हैं.