दमोह। प्रदेश सरकार से दमोह की जनता को काफी उम्मीदें हैं. केंद्र के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार 10 जुलाई को अपना पहला बजट पेश करने जा रही है. इसे लेकर दमोह के युवा, व्यापारी, महिलाओं और शिक्षक वर्ग को सरकार से कई उम्मीदें हैं.
दमोह के व्यापारी चाहते हैं कि उन्हें बजट में रियायत मिले, जीएसटी में राहत दी जाए. गृहिणी रोजमर्रा की चीजों पर मंहगाई कम होने की मांग कर रही हैं, जबकि अतिथि शिक्षक चाहते हैं कि सरकार उन्हें जल्द ही नियमित कर दे.
व्यापारी चाहते हैं कि केंद्र सरकार के टैक्स के अलावा राज्य सरकार के टैक्स में भी कमी की जाए. पेट्रोल के दाम कम हों, ताकि उनका व्यापार अच्छी तरह से चले.
अतिथि शिक्षकों का मानना है कि उन्हें नियमित करने का सरकार अपना वादा पूरा करे, क्योंकि वे नियमित शिक्षक जितना ही काम कर रहे हैं.
घर का खर्च चलाने वाली ग्रहिणियों का कहना है कि केंद्र सरकार के बाद राज्य सरकार घरेलू वस्तुओं पर लगने वाले टैक्स में कमी करके आम जनता को राहत दे.