दमोह। जातिगत आरक्षण के विरोध में सड़कों पर उतरने वाले सपाक्स के मुखिया डॉ हीरालाल त्रिवेदी ने आज सवर्ण आयोग के गठन पर भी सवाल खड़े किए. उनकी प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई जब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनरल कैटेगरी को साधने के लिए सवर्ण आयोग गठन की घोषणा की है.
डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि 'सवर्ण आयोग से जातिगत भेदभाव बढ़ेगा. सरकार को बाबूलाल जैन कमेटी की सिफारिशों को लागू करना चाहिए. बाबूलाल जैन कमेटी ने निर्धन पिछड़ा वर्ग आयोग का सुझाव दिया था, जिससे प्रत्येक वर्ग के केवल गरीब निर्धन लोगों को ही योजनाओं का लाभ मिलता, लेकिन सरकार द्वारा सवर्ण आयोग गठन से जातिवाद बढ़ेगा.'
डॉ त्रिवेदी ने कृषि कानूनों पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी उन्होंने कहा कि 'यह कानून कॉर्पोरेट घरानों के लिए अधिक फायदेमंद है और किसानों के लिए कम. कॉर्पोरेट घराने जब बड़ी-बड़ी गोदाम बनाएंगे तो वह किसानों से ही जमीने लेंगे तथा बड़ा लाभ कमाएंगे.' इसी तरह उन्होंने केंद्रीय बजट में डीजल पेट्रोल पर सेस लगाए जाने को भी गलत करार दिया. डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि डीजल पेट्रोल महंगा होने से किसानों की लागत बढ़ेगी उन्हें कोई फायदा नहीं होगा. यह बजट जाति विशेष के लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, इसमें आम आदमी का ख्याल नहीं रखा गया.
स्थानीय मुद्दों पर बात करते हुए डॉक्टर त्रिवेदी और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शुक्ला ने कहा कि 'सपाक्स पार्टी दमोह विधानसभा उपचुनाव लड़ेगी, इसके अलावा पूरे प्रदेश में नगरीय निकाय उपचुनाव में भी अपने प्रत्याशी खड़े करेगी जिसके लिए योग्य उम्मीदवारों की खोज जारी है.' डॉ त्रिवेदी ने कहा कि 12 प्रदेशों में सपाक्स संगठन काम कर रहा है जिसमें 40 हजार सक्रिय सदस्य कार्यरत हैं.