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सतधरू योजना का एक बार फिर हुआ शुभारंभ, सैकड़ों गांव के लोगों को मिलेगा शुद्ध पेयजल - satdharu dam project

सतधरु बांध निर्माण परियोजना एक बार फिर से शुरु होने जा रही है जिसका निरीक्षण करने मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया बड़ायाऊ गांव पहुंचे.

satdharu dam project
सतधरू योजना का शुभारंभ
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Published : Jan 7, 2020, 6:17 PM IST

दमोह। मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया अपनी पुरानी योजनाओं को मूर्त रूप में देखने के लिए बांध परियोजना का निरीक्षण करने बड़ायाऊ गांव पहुंचे. सतधरु बांध निर्माण परियोजना का शुभारंभ उन्होंने अपने मंत्री काल में कराया था लेकिन यह योजना नई सरकार के आने से बंद हो गई थी.

सतधरू योजना का शुभारंभ
वहीं एक बार फिर योजना का काम शुरू हुआ है जिसको लेकर पूर्व मंत्री का कहना है कि यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे मैं पूरा करके रहूंगा, चाहे मुझे आंदोलन ही क्यों ना करना पड़े. यह परियोजना दो भागों में विभक्त है जिसमें एक परियोजना के अनुसार बांध का निर्माण कराया जाना है जिसकी लागत करीब 28 करोड़ है. वहीं इसके साथ 2 परियोजनाएं और कनेक्ट है जिससे आसपास के सैकड़ों गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. हटा पटेरा पेयजल परियोजना करीब 445 करोड रुपए की है और जबेरा तेंदूखेड़ा परियोजना 280 करोड़ की है. इन परियोजनाओं के चालू हो जाने के बाद करीब 640 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा. इसके तहत 230 टंकियों का निर्माण किया जाना है जिसमें करीब 25% काम हो गया है. इससे किसानों को भी फायदा होगा और यह काम 2021 तक पूरा हो जाएगा.

दमोह। मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया अपनी पुरानी योजनाओं को मूर्त रूप में देखने के लिए बांध परियोजना का निरीक्षण करने बड़ायाऊ गांव पहुंचे. सतधरु बांध निर्माण परियोजना का शुभारंभ उन्होंने अपने मंत्री काल में कराया था लेकिन यह योजना नई सरकार के आने से बंद हो गई थी.

सतधरू योजना का शुभारंभ
वहीं एक बार फिर योजना का काम शुरू हुआ है जिसको लेकर पूर्व मंत्री का कहना है कि यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे मैं पूरा करके रहूंगा, चाहे मुझे आंदोलन ही क्यों ना करना पड़े. यह परियोजना दो भागों में विभक्त है जिसमें एक परियोजना के अनुसार बांध का निर्माण कराया जाना है जिसकी लागत करीब 28 करोड़ है. वहीं इसके साथ 2 परियोजनाएं और कनेक्ट है जिससे आसपास के सैकड़ों गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. हटा पटेरा पेयजल परियोजना करीब 445 करोड रुपए की है और जबेरा तेंदूखेड़ा परियोजना 280 करोड़ की है. इन परियोजनाओं के चालू हो जाने के बाद करीब 640 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा. इसके तहत 230 टंकियों का निर्माण किया जाना है जिसमें करीब 25% काम हो गया है. इससे किसानों को भी फायदा होगा और यह काम 2021 तक पूरा हो जाएगा.
Intro:अपनी योजनाओं को मूर्त रूप होते हुए देखने पहुंचे पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया

1 साल के बाद फिर शुरू हुआ बांध निर्माण का काम जयंत मलैया ने जताई खुशी

जयंत मलैया ने कहा पूरा निर्माण होने के बाद लोगों को मिलेगा पेयजल और सिंचाई के लिए पानी

Anchor. मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया अपनी पुरानी योजनाओं को मूर्त रूप में देखने के लिए बांध परियोजना का निरीक्षण करने पहुंचे. सतधरु बांध निर्माण परियोजना का शुभारंभ उन्होंने अपने मंत्री काल में कराया था. लेकिन सरकार बदलते ही यह योजना खटाई में पड़ गई थी. वही एक बार फिर अब योजना का काम शुरू हुआ है. पूर्व वित्त मंत्री का कहना है कि यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है. जिसे मैं पूरा करके रहूंगा. चाहे मुझे आंदोलन ही क्यों ना करना पड़े.


Body:Vo. यह परियोजना मूल तहत दो भागों में विभक्त है. जिसमें एक परियोजना के अनुसार बांध का निर्माण कराया जाना है. जिसकी लागत करीब ₹280000000 है. वही इसके साथ 2 परियोजनाएं और कनेक्ट है. जिससे आसपास के सैकड़ों गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराना है. हटा पटेरा पेयजल परियोजना करीब 445 करोड रुपए की है. तो जबेरा तेंदूखेड़ा परियोजना 280 करोड़ की है. इन परियोजनाओं के चालू हो जाने के बाद करीब 640 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा. इस परियोजना का पेयजल वाला हिस्सा शुरू से ही चालू है. जिसमें अभी तक 230 टंकियों का निर्माण किया जाना है. जिसमें करीब 25% काम हो ही गया है. लेकिन बांध का निर्माण शुरू नहीं होने से पेयजल परियोजना के भी खटाई में पड़ने की आशंका थी. हालांकि पूर्व वित्तमंत्री के प्रयासों से यह योजना एक बार फिर शुरू की गई है. मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया इस परियोजना के निरीक्षण करने बड़ायाऊ ग्राम में पहुंचे. जहां पर होने जल निगम के अधिकारी के साथ इस योजना के बारे में सभी को जानकारी दी.

बाइट - मनोज श्रीवास्तव प्रबंधक जन निगम

बाइट - जयंत मलैया पूर्व वित्त मंत्री


Conclusion:Vo. पूर्व वित्त मंत्री के अनुसार इस प्रोजेक्ट के होने से जिले के करीब 640 गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल के साथ पाइप लाइन के माध्यम से कृषि हेतु पेयजल भी मिल सकेगा. जिससे किसानों के साथ ग्रामीणों को फायदा भी होगा. 1 साल तक बांध निर्माण का काम बंद होने से यह योजना पिछड़ गई थी. लेकिन लगातार पूर्व मंत्री के प्रयासों से योजना में फिर से गति आई है. दावा 2021 का है जब यह योजना पूरी तरह से मूर्त रूप ले लेगी. देखना होगा योजना कब तक पूरी होकर लोगों को इसका फायदा दे पाती.

आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत मध्य प्रदेश
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