दमोह। जिले के विभिन्न मंदिरों में रामनवमी पर माता रानी की महाआरती का आयोजन किया गया. इस दौरान भक्तों की अनुपस्थिति के बीच केवल पंडितों ने आरती करते हुए परंपरा का निर्वाहन किया. अनेक मंदिरों में ये नजारे देखने को मिले. लेकिन पुजारियों के अलावा कोई भी भक्त नजर नहीं आया. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मंदिरों को बंद किया गया है. तो केवल स्थानीय पुजारियों ने पूजा करके परंपरा का निर्वहन किया.
पहली बार ऐसा हुआ होगा जब नवरात्र के अवसर पर इस तरह की बंदिशों के बीच लोगों ने पूरी तरह से एक दूसरे का साथ दिया. साथ ही मंदिर में ना आते हुए शासन के निर्देशों का पालन किया और संक्रमण से स्वयं के साथ दूसरे को बचाने का काम भी किया .