दमोह। स्वास्थ्य विभाग भले ही कितनी ही कार्रवाई के दावे कर ले और अपनी पीठ थपथपा ले लेकिन पर्व के अवसरों पर दूषित सामग्री की बिक्री नहीं रोक पा रहा है. ऐसा ही एक और मामला सामने आया. दूषित मावा के लड्डू खाने के कारण करीब 2 दर्जन लोगों को उल्टी- दस्त की शिकायत होने पर जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया.
21 मरीज पहुंचे अस्पताल : ग्राम अहरोरा से आए थान सिंह ने बताया कि कल शाम शरद पूर्णिमा की पूजा करने के बाद उनकी पत्नी और दोनों बच्चों ने थोड़ा-थोड़ा मावा का लड्डू खाया था. कुछ देर तक तो सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन देर रात तीनों को अचानक उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी. जिन्हें आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि करीब 21 मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुए हैं.
दूषित खाद्य पदार्थ की बिक्री पर रोक नहीं : पता चला है कि सभी ने मावा के लड्डू खाए थे और देर रात उन सभी की तबीयत बिगड़ गई. गौरतलब है कि पिछले 4 दिन से शहर में हर गली चौराहे पर जमकर मावा की बिक्री हुई है. इतनी मात्रा में मावा कहां से आया, इसकी जानकारी लेना भी खाद्य विभाग ने लेना उचित नहीं समझा? इसके पहले जब होली पर मावा की जांच की गई थी तो वह दूषित पाया गया था.
मुरैना से बेरोकटोक आवाजाही : यह मावा भिंड और मुरैना क्षेत्र से रोजाना आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा आए दिन भले ही खाद्य वस्तुओं की सैम्पलिंग कर उनकी जांच की जांच कराई जाती है लेकिन इसके बाद भी मिलावटी खाद्य पदार्थों का कारोबार खुलेआम चल रहा है. इस संबंध में जब खाद्य अधिकारी राकेश अहिरवार से संपर्क किया तो उन्होंने फोन ही रिसीव नहीं किया. MP Damoh Food Poisoning, Two dozen fell ill, Adulterated mawa