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MP Damoh:धर्मांतरण को लेकर फिर विवादों में ईसाई मिशनरी के लाल बंधु, नया वीडियो वायरल

दमोह जिले में ईसाई मिशनरी के प्रमुख अजय लाल का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह धर्मांतरण कराते हुए नजर आ रहे हैं. बाल संरक्षण आयोग ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है. वहीं अजय लाल ने धर्मांतरण की बात खारिज की है. बता दें कि ईसाई मिशनरी के अजय लाल इससे पहले भी धर्मांतरण के मुद्दे पर घिरते रहे हैं.

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Published : Apr 15, 2023, 6:34 PM IST

MP Damoh Christian missionary Lal brothers
धर्मांतरण को को फिर विवादों में ईसाई मिशनरी के लाल बंधु
धर्मांतरण को को फिर विवादों में ईसाई मिशनरी के लाल बंधु

दमोह। जिले में सक्रिय ईसाई मिशनरी संस्थाएं और उनके प्रमुख पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में घिरे हुए हैं. ताजा मामला सीआईसीएम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय लाल से जुड़ा हुआ है. यहां पर एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें डॉ.अजय लाल एक नौजवान के मुंह पर रुमाल रखकर उसे पानी की टंकी में डुबकी लगाते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल, ईसाई मिशनरीज द्वारा जब किसी का धर्मांतरण किया जाता है तो संबंधित व्यक्ति को पानी में डुबकी लगाकर पहले उसे बाइबिल के मुताबिक पवित्र किया जाता है. उसके बाद ही उसका धर्मांतरण होता है.

प्रशासन से जांच की मांग : यह वीडियो सामने आने के बाद बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने भी वीडियो अपने टि्वटर हैंडल पर ट्वीटपोस्ट किया है. जिसमें प्रियंक कानूनगो ने लिखा है ये WhatsApp पर प्राप्त हुआ वीडियो गुड फ्राइडे का बताया जा रहा है. दमोह धर्मांतरण का आरोपी अजय लाल बच्चों को धर्म में प्रवेश की रस्म कर रहा है. प्रशासन को जांच कर तस्दीक़ करनी चाहिए कि कहीं ये धर्म स्वातंत्र्य क़ानून का उल्लंघन तो नहीं है. प्रियंक कानूनगो ने इसे दमोह कलेक्टर को भी ट्वीट किया है.

अजय लाल का पुराना है विवादों से नाता : गौरतलब है कि ईसाई मिशनरी का दमोह जिले में बड़ा कारोबार है. इनकी कई बड़ी फर्म यहां हैं. यह पहला मौका नहीं है, जब लाल बंधु विवादों में घिरे हों. विवाद की शुरुआत आज से करीब 6 माह पहले उस समय हुई थी, जब इन पर लीज की एक जमीन बेचने और स्टांप ड्यूटी के मामले में केस दर्ज हुआ था. उसके बाद जब प्रियंक कानूनगो एक गोपनीय शिकायत पर दमोह आए तो उन्होंने बाल भवन सहित कई संस्थाओं पर छापा मारकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई थीं. कानूनगो ने स्वयं थाने जाकर अजय लाल सहित 10 लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कराया था. इसी तरह एक महिला ने अपने परिवार के साथ है एसपी ऑफिस पहुंचकर एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें धर्मांतरण के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के भी आरोप थे.

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आरोपों को नकारा : जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दमोह आए तो उन्होंने सार्वजनिक रूप से करीब 300 लोगों की घर वापसी भी कराई थी. इतना ही नहीं करीब 2 महीने पहले डॉ.अजय लाल की किचन में काम करने वाले एक दलित रसोइए का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें उसने डॉ. अजय लाल सहित स्टॉफ पर आरोप लगाया था. जिसमें कहा था कि वह काम से निकालने की धमकी दे रहे हैं. जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाया जा रहा है. दूसरी तरफ इस मामले में जब ईटीवी भारत ने डॉ.अजय लाल का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि दरअसल यह वीडियो ईस्टर के दिन का है. जिस तरह अन्य धर्मों में विभिन्न तरह की रस्में होती हैं, वैसे ही ईसाई धर्म में भी रस्में होती हैं.

धर्मांतरण को को फिर विवादों में ईसाई मिशनरी के लाल बंधु

दमोह। जिले में सक्रिय ईसाई मिशनरी संस्थाएं और उनके प्रमुख पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में घिरे हुए हैं. ताजा मामला सीआईसीएम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय लाल से जुड़ा हुआ है. यहां पर एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें डॉ.अजय लाल एक नौजवान के मुंह पर रुमाल रखकर उसे पानी की टंकी में डुबकी लगाते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल, ईसाई मिशनरीज द्वारा जब किसी का धर्मांतरण किया जाता है तो संबंधित व्यक्ति को पानी में डुबकी लगाकर पहले उसे बाइबिल के मुताबिक पवित्र किया जाता है. उसके बाद ही उसका धर्मांतरण होता है.

प्रशासन से जांच की मांग : यह वीडियो सामने आने के बाद बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने भी वीडियो अपने टि्वटर हैंडल पर ट्वीटपोस्ट किया है. जिसमें प्रियंक कानूनगो ने लिखा है ये WhatsApp पर प्राप्त हुआ वीडियो गुड फ्राइडे का बताया जा रहा है. दमोह धर्मांतरण का आरोपी अजय लाल बच्चों को धर्म में प्रवेश की रस्म कर रहा है. प्रशासन को जांच कर तस्दीक़ करनी चाहिए कि कहीं ये धर्म स्वातंत्र्य क़ानून का उल्लंघन तो नहीं है. प्रियंक कानूनगो ने इसे दमोह कलेक्टर को भी ट्वीट किया है.

अजय लाल का पुराना है विवादों से नाता : गौरतलब है कि ईसाई मिशनरी का दमोह जिले में बड़ा कारोबार है. इनकी कई बड़ी फर्म यहां हैं. यह पहला मौका नहीं है, जब लाल बंधु विवादों में घिरे हों. विवाद की शुरुआत आज से करीब 6 माह पहले उस समय हुई थी, जब इन पर लीज की एक जमीन बेचने और स्टांप ड्यूटी के मामले में केस दर्ज हुआ था. उसके बाद जब प्रियंक कानूनगो एक गोपनीय शिकायत पर दमोह आए तो उन्होंने बाल भवन सहित कई संस्थाओं पर छापा मारकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई थीं. कानूनगो ने स्वयं थाने जाकर अजय लाल सहित 10 लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कराया था. इसी तरह एक महिला ने अपने परिवार के साथ है एसपी ऑफिस पहुंचकर एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें धर्मांतरण के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के भी आरोप थे.

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