दमोह। जिले के तेंदूखेड़ा विकासखंड अंतर्गत आने वाले खजुराहो मंदिर के समकालीन बनाए गए कोडल शिव मंदिर का केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने मुआयना किया. स्थानीय सांसद एवं संस्कृति पर्यटन मंत्री ने पुरातत्व महत्व के इस मंदिर का अवलोकन कर यहां पर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना भी की. साथ ही इस स्थान को ग्रामीणों की अनुमति के बाद विकसित करने का आश्वासन दिया. जिले के लोगों को आशा जागी है कि दमोह राष्ट्रीय पटल पर संस्कृति एवं पर्यटन को लेकर अपनी पहचान बनाने कामयाब होगा.
ग्यारह सौ साल पुराने इस मंदिर के लिए केंद्र सरकार खास अभियान चलाने वाली है. दमोह में खजुराहो के समकालीन कलचुरी राजाओं द्वारा बनवाये गये कोडल शिव मंदिर में आज केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने मुआयना किया. इस दौरान मंत्री पटेल के साथ पुरातात्विक सर्वेक्षण ब्यूरो के अधिकारी और अन्य जानकार भी मौजूद थे. सालों से आघात झेल रहे कोडल के इस मंदिर को लेकर मंत्री प्रहलाद पटेल ने ना सिर्फ अधिकारियों को निर्देश दिया, बल्कि ग्रामीणों को बुलाकर उनसे मंदिर के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी राजी किया.
इस मौके पर मंत्री पटेल ने कहा कि इस इलाके का इतिहास समृद्ध है और क्षेत्र भले ही गरीब दिखता हो लेकिन अतीत बता रहा है कि विरासत बेहद शक्तिशाली थी. कोड़ल और आसपास ऐतिहासिक पुरातात्विक महत्व के और भी कई स्थल है जिन्हें लेकर भी पर्यटन विभाग सक्रिय हुआ है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में दमोह के सांसद को संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बनाए जाने के बाद दमोह जिले सहित पूरे संसदीय क्षेत्र एवं बुंदेलखंड को सांस्कृतिक विरासत के विकास की उम्मीद जगी है. इसके साथ ही पर्यटन के स्थानों के विकास को लेकर भी लोगों में खासी उत्सुकता है. इस कार्ययोजना पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने काम भी शुरू कर दिया है. उन्होंने ऐतिहासिक महत्व के इस शिव मंदिर का अवलोकन भ्रमण करते हुए एएसआई की टीम के साथ मुआयना भी किया. साथ ही आगामी दिनों में मंदिर के विकास को लेकर चर्चा भी की.