दमोह। पथरिया थाना अंतर्गत चिरौली गांव में तालाब में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि बच्चे गांव में रिश्तेदार की शादी समारोह में शामिल होने आए थे, सूचना देने के बाद भी आपदा प्रबंधन टीम करीब 6 घंटे की देरी से मौके पर पहुंची. वहीं डायल-100 के सिपाही द्वारा मतृक बच्चे के पिता के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया.
घटना दमोह के पथरिया थाना अंतर्गत चिरौली गांव की है. बच्चे गांव में रिश्तेदार सुरेश बंसल के यहां शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. जहां शादी के दूसरे दिन घर के पास बने तालाब में नहाने के लिए 6 बच्चे गए थे. जिसमें तीन को डूबता देख एक बच्चे ने उन्हें बचाने की कोशिश की. लेकिन वो भी डूब गया, लिहाजा चार बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई.
वहीं ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने के बाद भी आपदा प्रबंधन की टीम घटनास्थल में करीब 6 घंटे देरी से पहुंची. जब टीम पहुंची तब तक ग्रामीण बच्चों के शव को तालाब से निकाल चुके थे. साथ ही डायल-100 के एक सिपाही ने मृतक के पिता को गाड़ी में बैठने से मना कर दिया. अमानवीयता व्यवहार करते हुए सिपाही ने उसे धक्का देकर गाड़ी से नीचे उतार दिया. जिसका सरपंच ने विरोध जताया. वहीं थाना प्रभारी ने मामला शांत कराया.
जानकारी के मुताबिक तालाब का गहरीकरण रोड निर्माण के दौरान किया गया था. जिसके चलते तालाब को खुला छोड़ दिया. उसका ना ही फेंसिंग की गई और गहराई होने के कारण पानी भरा हुआ था. फिलहाल चारों बच्चों के शव बरामद कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.