दमोह। सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर एक किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. बताया जा रहा है कि मृतक किसान किसी शादी समारोह में शामिल होने गया थ जहां सूदखोर ने उसे पैसों को लेकर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. अगले दिन किसान ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. किसान के परिजनों ने सूदखोर पर हत्या का आरोप लगाया है.
जिले के देहात थाना क्षेत्र के अंतर्गत खजरी गांव में रहने वाले टीकाराम राजगौड़ गांव के ही किसी बंटी नाम के व्यक्ति से करीब 50 हजार का कर्ज खेती किसानी करने के लिए लिए हुए थे. जिसके लिए किसान को सूदखोर बंटी पैसा वापस करने का दबाव कई दिनों से बना रहा था. वहीं दो दिन पहले किसान टीकाराम अपने भतीजे की शादी में हिंडोरिया के नोनपानी गांव गया, तो वहां भी बंटी सहित दो अन्य लोग पैसा लेने के लिए पहुंच गए.
इस घटना के बाद से किसान टीकाराम गांव से गायब हो गए. अगले दिन नोनपानी के जंगलों में किसान का शव पेड़ से लटका हुआ मिला. शव मिलने के बाद किसान के परिजनों का आरोप है कि उनके पिता की मौत के जिम्मेदार सूदखोर लोग हैं. उनके पिता को मारकर के लटकाया गया है.
थाना प्रभारी विजय मिश्रा ने बताया कि गांव के जंगलों में पेड़ पर लटकी एक शव की सूचना मिली. जिसके बाद शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंपा दिया गया. किसान की मौत के कारणों का खुलासा जांच के बाद ही हो सकेगा.