दमोह। ग्राम पंचायत चिलोद टपरिया में मंगलवार की शाम सार्ट सर्किट से लगी आग में किसान की फसल जलने का सदमा ऐसा बैठा कि अगले दिन दिन बुधवार की रात किसान ने खेत में बने घर में रात आठ बजे कीटनाशक दवा पी ली. आनन-फानन में किसान को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां किसान ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
गेहूं की फसल में लग गई थी आग
प्राप्त जानकारी के अनुसार टपरिया चिलोद हार में मंगलवार को सार्ट सर्किट की वजह से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई. आग से किसान कौन्दू उर्फ बेड़ी (61) की आधे एकड़ से अधिक भूमि में खड़ी गेहूं की फसल आग लग गई. किसान को फसल नष्ट होने का गम इस तरह बैठा कि उसने खाना पीना सब कुछ त्याग दिया था. किसान बेड़ी अहिवार के साथ अन्य किसानों की फसल भी आग में जल गई थी लेकिन सभी ने कौन्दू को खूब समझाया की गम ना करे सब ठीक हो जाएगा.
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समझाइश के बावजूद कौन्दू ने बुधवार की रात आठ बजे खेत फसलों में डालने वाली कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया. कीटनाशक दवा के सेवन के बाद कौन्दू की हालत गंभीर हो गई. आनन-फानन में पुत्र ने चाचा पप्पू अहिरवार के साथ मिलकर उपचार के लिए कौन्दू को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान किसान की मौत हो गई. किसान की मौत से परिवार में मातम छाया हुआ है. कौन्दू को पीएम किसान योजना की छह किस्त ओर सीएम किसान की पहली किस्त मिल चुकी थी.