दमोह। विधायक अजय टंडन एक बार कक्षा दसवीं में फेल हो चुके हैं. वे चाहते तो नकल करके या फिर प्रशासन पर दबाव बनाकर पास हो सकते थे. उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस बात का खुलासा खुद विधायक टंडन ने प्रेसवार्ता में किया. उन्होंने विधायक कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि शिवराज सरकार बोर्ड परीक्षाओं के पेपर सुरक्षित नहीं रख सकती तो जनता को कैसे सुरक्षा दे पाएगी.
चाचा ने नहीं बनाया दबाव: विधायक अजय टंडन ने 10वीं के पेपर लीक होने के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा, 'आखिर पेपर कैसे लीक हो रहे हैं. उन्हें कौन लीक कर रहा है. पेपर लीक करने वाले शिक्षक और केंद्र के प्रमुख ही हैं.' टंडन ने कहा, 'कुछ समय पीछे जाइए तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह जो अजय टंडन यहां पर बैठा है, वह कक्षा 10वीं में फेल हो गया था. जबकि चाचा प्रभु नारायण प्रदेश सरकार में मंत्री थे. यदि मैं चाहता तो नकल कर सकता था. लेकिन उस समय इतनी कड़ी व्यवस्था होती थी कि यदि नकल करता तो पकड़ा जाता. मेरे चाचा ने मेरा फेल होना मंजूर किया लेकिन प्रशासन पर दबाव बनाकर पास नहीं कराया.'
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शिवराज पर साधा निशाना: टंडन यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा, 'अगर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कॉलेज से पेपर लीक हो सकता है तो फिर कुछ भी हो सकता है. आपको पास होने की मार्कशीट चाहिए तो पैसा दीजिए, घर बैठे मिल जाएगी. कायदे से तो शिवराज सिंह चौहान को मंत्री राजपूत को मंत्रिमंडल से निकाल देना चाहिए. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और न वे ऐसा कर सकते हैं.' युवा नीति पर बात करते हुए अजय टंडन ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान कुछ भी कर सकते हैं. कल के दिन यह भी कह देंगे कि हम प्रदेश के सारे युवाओं को स्विट्जरलैंड में शिफ्ट कर रहे हैं.