दमोह। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर वन विभाग के अंतर्गत आने वाले जंगलों और खदानों को खोखला करने के आरोप लगते रहे हैं. लेकिन ये आरोप तब साबित हो जाते हैं, जब वन अमले के अधिकारी और कर्मचारी जंगलों को नष्ट करने वालों पर पैसों की खातिर रहमत दिखाने के मामलों में पकड़े जाते हैं. ऐसे ही एक डिप्टी रेंजर को लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया है. जिसने पैसों के एवज में अवैध पत्थरों से भरे ट्रैक्टर को छोड़ने की बात कही थी.
दमोह के सरकारी रेस्ट हाउस में आराम-फरमा कर रिश्वत बटोर रहे वन विभाग के एक अधिकारी को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दरअसल ये वही अधिकारी है जो जंगलों को खोखला कर रहे हैं. खदानों से पत्थर निकलवाकर उसे बेच रहे हैं. मामला जबेरा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम बड़गांव का है जहां के रहने वाले उत्तम पटेल की शिकायत पर सागर लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए वन परिक्षेत्र नोहटा के डिप्टी रेंजर राधेश्याम श्रीवास्तव को सात हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है.