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उड़ीसा के किशोर का अपहरण करने वाला आरोपी गिरफ्तार, बोला- मजाक किया था

पुलिस ने एक आरोपी को एक किशोर का अपहरण करने के मामले में गिरफ्तार किया है. युवक इससे पहले भी अपहरण के एक मामले को अंजाम दे चुका है, जिसमें वो जमानत पर चल रहा है. फिलहाल, आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.

kidnapping case
अपहरण का मामला
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Published : Jul 24, 2021, 9:29 AM IST

दमोह। जबेरा पुलिस ने एक आरोपी को पुलिस ने एक किशोर का अपहरण करने के मामले में गिरफ्तार किया है. बता दें कि जिस आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है इस पर वर्ष 2020 में भी उड़ीसा के ही एक युवक के अपहरण का मामला दर्ज हुआ था. भले ही यह मामला अपहरण का नजर आ रहा हो, लेकिन इसके तार गांजा तस्करी से भी जुड़े नजर आ रहे हैं.


क्या है पूरा मामला
दरअसल, ग्राम घाना मैली निवासी मनीष (21) पिता रवि शंकर प्रधान के ने उड़ीसा के ग्राम टाकूबूढ़ा, थाना जुराम निवासी लक्ष्मीकांत (17) पिता रामचंद्र माझी का अपहरण कर अपने घर में बंधक बनाकर रखा गया था. आरोपी मनीष ने अपहृत युवक के भाई को फोन लगा कर 50 हजार रुपए की रकम फिरौती में मांगी थी, इसके बाद फरियादी ने उड़ीसा में ही पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया, तब उड़ीसा पुलिस ने साइबर सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस की और जबेरा पहुंच गए.


आरोपी को उड़ीसा ले गई पुलिस
इसके बाद जबेरा पुलिस की मदद से उड़ीसा पुलिस ने आरोपी के घर से अपहृत किशोर को बरामद किया. साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में आरोपी मनीष प्रधान अपने आप को निर्दोष बता रहा है. उसका कहना है कि जिस किशोर के अपहरण की बात कही जा रही है. वह उसका दोस्त है और उसी के कहने पर उसने मजाक में उसके भाई को फोन लगाया था. फिलहाल, पुलिस आरोपी मनीष प्रधान को अपने साथ उड़ीसा ले गई है, क्योंकि मामला उड़ीसा में दर्ज है.

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आरोपी पहले भी कर चुका है अपहरण
बता दें कि युवक मनीष प्रधान पर अपहरण के मामले से पहले भी एक मामला दर्ज हो चुका है. इससे पहले नवंबर में ऐसा ही एक मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उसने उड़ीसा निवासी एक युवक को अपहरण कर अपने घर में बंधक बना लिया था. उसके परिजनों से आरोपी ने 7 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. तब उड़ीसा पुलिस ने जबेरा पुलिस की मदद से आरोपी के चुंगल से युवक को छुड़ाया था और मनीष को गिरफ्तार किया था. आरोपी मनीष करीब 7 महीने उड़ीसा जेल में भी बंद रहा और जमानत मिलने पर लौटकर वापस अपने गांव आ गया.

क्या गांजा तस्करी से जुड़ा है मामला?
दरअसल, ऐसा भी माना जा रहा है कि ये पूरा मामला गांजा तस्करी से भी जुड़ा हो सकता है, क्योंकि दमोह जिले में उड़ीसा से तस्करी कर गांजा लाया जाता है. जिसके बाद उसे स्थानीय स्तर पर खपाया जाता है. जिले की पुलिस कई आरोपियों को गांजा सहित गिरफ्तार कर चुकी है. फिलहाल, मामले की जांच जारी है, जिसके बाद ही खुलासा हो सकेगा.

दमोह। जबेरा पुलिस ने एक आरोपी को पुलिस ने एक किशोर का अपहरण करने के मामले में गिरफ्तार किया है. बता दें कि जिस आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है इस पर वर्ष 2020 में भी उड़ीसा के ही एक युवक के अपहरण का मामला दर्ज हुआ था. भले ही यह मामला अपहरण का नजर आ रहा हो, लेकिन इसके तार गांजा तस्करी से भी जुड़े नजर आ रहे हैं.


क्या है पूरा मामला
दरअसल, ग्राम घाना मैली निवासी मनीष (21) पिता रवि शंकर प्रधान के ने उड़ीसा के ग्राम टाकूबूढ़ा, थाना जुराम निवासी लक्ष्मीकांत (17) पिता रामचंद्र माझी का अपहरण कर अपने घर में बंधक बनाकर रखा गया था. आरोपी मनीष ने अपहृत युवक के भाई को फोन लगा कर 50 हजार रुपए की रकम फिरौती में मांगी थी, इसके बाद फरियादी ने उड़ीसा में ही पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया, तब उड़ीसा पुलिस ने साइबर सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस की और जबेरा पहुंच गए.


आरोपी को उड़ीसा ले गई पुलिस
इसके बाद जबेरा पुलिस की मदद से उड़ीसा पुलिस ने आरोपी के घर से अपहृत किशोर को बरामद किया. साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे मामले में आरोपी मनीष प्रधान अपने आप को निर्दोष बता रहा है. उसका कहना है कि जिस किशोर के अपहरण की बात कही जा रही है. वह उसका दोस्त है और उसी के कहने पर उसने मजाक में उसके भाई को फोन लगाया था. फिलहाल, पुलिस आरोपी मनीष प्रधान को अपने साथ उड़ीसा ले गई है, क्योंकि मामला उड़ीसा में दर्ज है.

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आरोपी पहले भी कर चुका है अपहरण
बता दें कि युवक मनीष प्रधान पर अपहरण के मामले से पहले भी एक मामला दर्ज हो चुका है. इससे पहले नवंबर में ऐसा ही एक मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उसने उड़ीसा निवासी एक युवक को अपहरण कर अपने घर में बंधक बना लिया था. उसके परिजनों से आरोपी ने 7 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. तब उड़ीसा पुलिस ने जबेरा पुलिस की मदद से आरोपी के चुंगल से युवक को छुड़ाया था और मनीष को गिरफ्तार किया था. आरोपी मनीष करीब 7 महीने उड़ीसा जेल में भी बंद रहा और जमानत मिलने पर लौटकर वापस अपने गांव आ गया.

क्या गांजा तस्करी से जुड़ा है मामला?
दरअसल, ऐसा भी माना जा रहा है कि ये पूरा मामला गांजा तस्करी से भी जुड़ा हो सकता है, क्योंकि दमोह जिले में उड़ीसा से तस्करी कर गांजा लाया जाता है. जिसके बाद उसे स्थानीय स्तर पर खपाया जाता है. जिले की पुलिस कई आरोपियों को गांजा सहित गिरफ्तार कर चुकी है. फिलहाल, मामले की जांच जारी है, जिसके बाद ही खुलासा हो सकेगा.

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