छिंदवाड़ा। कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन और सब्जी मंडी बंद होने के कारण किसी तरह किसान अपने घर का गुजारा कर रहे हैं. दो वक्त की रोटी के लिए सब्जी की खेती कर रहे हैं, लेकिन शहर में हो रही बारिश ने सब्जी की खेती खासा नुकसान पहुंचाया है. इस बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान आलू टमाटर और बैंगन की खेती को हो रहा है.
छिंदवाड़ा के मोहखेड़ परासिया ब्लॉक में सब्जी की खेती का रकबा बढ़ा है, छिंदवाड़ा ब्लॉक में ही साढ़े 7 हजार एकड़ में आलू और करीब साढ़े 5 हजार एकड़ में टमाटर की खेती की जाती है. वहीं आलू, टमाटर के अलावा गोभी, लहसुन और अदरक की सब्जी भी इस साल किसानों ने ज्यादा लगाई थी, भोपाल और जबलपुर के अलावा पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी छिंदवाड़ा की सब्जी सप्लाई होती है. लेकिन बारिश से हुए नुकसान के बावजूद, कोई भी अधिकारी कर्मचारी अब तक सर्वे करने नहीं पहुंचा है, और न ही राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने किसानों की सुध ली है.
बता दें छिंदवाड़ा ब्लॉक में सबसे ज्यादा सब्जी की फसल उगाई जाती है, इसे कैश क्रॉप भी कहा जाता है. लेकिन बीते दिनों हुई बारिश के बाद घर में इस्तेमाल करने लायक सब्जी भी नहीं बची है. किसानों की फसल बर्बाद होने के चलते बाजार में सब्जी की फसल की आवक कम हो गई है, जिसके चलते फुटकर में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. जहां टमाटर 50 रुपए किलो तो वहीं धनिया 200 रुपए किलो बिक रहा है.