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2019 में सीएम के गृह जिले में बढ़े बेरोजगार, क्या नया साल इनके लिए लाएगा नए अवसर? - सीएम कमलनाथ

छिंदवाड़ा में साल 2019 में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की दर्ज पंजीयन संख्या 1 लाख 15 हजार 690 है. शिक्षित बेरोजगारों के इस बड़े आंकड़े ने सभी की चिंता बढ़ाई है, चाहे वह सरकार हो या युवा. अब युवाओं के मन में एक ही सवाल है कि क्या नया साल 2020 नए अवसर लेकर आएगा? देखिए ईटीवी भारत की यह खास रिपोर्ट...

सीएम कमलनाथ
सीएम कमलनाथ
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Published : Dec 30, 2019, 11:01 AM IST

छिंदवाड़ा। साल 2019 में मध्य प्रदेश की सियासत में बदलाव का साल साबित हुआ. समीकरण बदले प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता में आई. जहां कमलनाथ सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए वचन पत्र में कई वादे किए. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि साल 2019 में तो यह वादा पूरी नहीं होता दिखा. सीएम कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की दर्ज पंजीयन संख्या 1 लाख 15 हजार 690 है.

2019 में सीएम के गृह जिले में बढ़े बेरोजगार

इसमें से शिक्षित महिला बेरोजगार 46856 हैं और शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 68834 है. जबकि सत्ता परिवर्तन होने के बाद सिर्फ 1 जनवरी 2019 से 27 दिसंबर 2019 तक कुल 37 हजार 238 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन हुआ है.

इन शिक्षित बेरोजगारों में शिक्षित महिला बेरोजगार की संख्या 19 हजार 642 है, वहीं शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 17 हजार 546 है. रोजगार पंजीयन में शिक्षित महिला बेरोजगारों का अधिक पंजीयन हुआ 2019 में ही हुआ है.

जमकर हुई सियासत

बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर सियासत चलती रही. भाजपा ने हर मौके पर शिक्षित बेरोजगारों का मुद्दा उठाया और कांग्रेस सरकार को जमकर गिरते नजर आए वही कमलनाथ सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी की शिवराज सरकार के 15 सालों में बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर पलटवार करती रही.

2019 अब खत्म होने को है. लेकिन क्या 2020 में इन शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा. क्या आने वाला नया साल 2020 शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर लाएगा? यह तो अब वक्त ही बताएगा.

छिंदवाड़ा। साल 2019 में मध्य प्रदेश की सियासत में बदलाव का साल साबित हुआ. समीकरण बदले प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता में आई. जहां कमलनाथ सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए वचन पत्र में कई वादे किए. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि साल 2019 में तो यह वादा पूरी नहीं होता दिखा. सीएम कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की दर्ज पंजीयन संख्या 1 लाख 15 हजार 690 है.

2019 में सीएम के गृह जिले में बढ़े बेरोजगार

इसमें से शिक्षित महिला बेरोजगार 46856 हैं और शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 68834 है. जबकि सत्ता परिवर्तन होने के बाद सिर्फ 1 जनवरी 2019 से 27 दिसंबर 2019 तक कुल 37 हजार 238 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन हुआ है.

इन शिक्षित बेरोजगारों में शिक्षित महिला बेरोजगार की संख्या 19 हजार 642 है, वहीं शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 17 हजार 546 है. रोजगार पंजीयन में शिक्षित महिला बेरोजगारों का अधिक पंजीयन हुआ 2019 में ही हुआ है.

जमकर हुई सियासत

बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर सियासत चलती रही. भाजपा ने हर मौके पर शिक्षित बेरोजगारों का मुद्दा उठाया और कांग्रेस सरकार को जमकर गिरते नजर आए वही कमलनाथ सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी की शिवराज सरकार के 15 सालों में बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर पलटवार करती रही.

2019 अब खत्म होने को है. लेकिन क्या 2020 में इन शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा. क्या आने वाला नया साल 2020 शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर लाएगा? यह तो अब वक्त ही बताएगा.

Intro: *अलविदा 2019* (असाइनमेंट स्टोरी)

छिंदवाड़ा! छिंदवाड़ा मुख्यमंत्री कमलनाथ का गृह जिला है सिर्फ छिंदवाड़ा जिले में ही शिक्षित बेरोजगार युवाओं की दर्ज पंजीयन संख्या 1 लाख 15 हजार 690 शिक्षित बेरोजगार है जिसमें से शिक्षित महिला बेरोजगार 46856 है और शिक्षित पुरुष बेरोजगार की संख्या 68834 है

जबकि सत्ता परिवर्तन होने के बाद सिर्फ 1 जनवरी 2019 से 27 दिसंबर 2019 तक कुल 37 हजार 238 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन हुआ है
इन शिक्षित बेरोजगारों में शिक्षित महिला बेरोजगार की संख्या 19 हज़ार 642 का पंजीयन है वही शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 17 हज़ार 546 है रोजगार पंजीयन में शिक्षित महिला बेरोजगारों का अधिक पंजीयन हुआ 2019 में!


Body:साल 2019 में मध्य प्रदेश की सियासत में बदलाव का साल साबित हुआ समीकरण बदले प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता में आई जहां कमलनाथ सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए वचन पत्र में कई वादे किए गए थे साल भर हो गया अभी भी बेरोजगार युवाओं का पंजीयन सिर्फ 2019 में ही सिर्फ 1 साल की बात करें तो सर 37,238 बेरोजगार हैं नई बेरोजगारों का पंजीयन हुआ है
2019 में छिंदवाड़ा जिले में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या जितनी तेजी से बढ़ी उतने रोजगार पैदा नहीं हुए वहीं सरकारी आंकड़े बेरोजगारी के गवाह हैं इस शिक्षित बेरोजगारी के आंकड़े में महिलाएं पुरुषों से आगे है

बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच जमकर सियासत चलते रहे भाजपा ने हर मौके पर शिक्षित बेरोजगारों का मुद्दा उठाया और कांग्रेस सरकार को जमकर गिरते नजर आए वही कमलनाथ सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर भाजपा की शिवराज सरकार के 15 सालों में बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर पलटवार करते रहे फिर 2019 अब समाप्त हो ही गया है क्या 2020 में इन शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा क्या नया वाला आने वाला साल 2020 शिक्षित युवाओं के लिए सुनहरी सुवा लेकर आएगा?





Conclusion:अलविदा 2019 स्टोरी

क्या 2020 में भी शिक्षित बेरोजगारों का मुद्दा राजनीतिक सियासत में मुद्दा ही बना रहेगा शिक्षित बेरोजगारों का भाग्य परिवर्तन भी होगा


बाईट01- कमलेश कुमार सूर्यवंशी, विकासखंड प्रबंधक, छिंदवाड़ा

बाईट02- संदीप यादव, शिक्षित बेरोजगार,

बाईट 03- माधुरी भलावी, जिला रोजगार अधिकारी ,छिंदवाड़ा
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