छिंदवाड़ा। साल 2019 में मध्य प्रदेश की सियासत में बदलाव का साल साबित हुआ. समीकरण बदले प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार सत्ता में आई. जहां कमलनाथ सरकार ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए वचन पत्र में कई वादे किए. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि साल 2019 में तो यह वादा पूरी नहीं होता दिखा. सीएम कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की दर्ज पंजीयन संख्या 1 लाख 15 हजार 690 है.
इसमें से शिक्षित महिला बेरोजगार 46856 हैं और शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 68834 है. जबकि सत्ता परिवर्तन होने के बाद सिर्फ 1 जनवरी 2019 से 27 दिसंबर 2019 तक कुल 37 हजार 238 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन हुआ है.
इन शिक्षित बेरोजगारों में शिक्षित महिला बेरोजगार की संख्या 19 हजार 642 है, वहीं शिक्षित पुरुष बेरोजगारों की संख्या 17 हजार 546 है. रोजगार पंजीयन में शिक्षित महिला बेरोजगारों का अधिक पंजीयन हुआ 2019 में ही हुआ है.
जमकर हुई सियासत
बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर सियासत चलती रही. भाजपा ने हर मौके पर शिक्षित बेरोजगारों का मुद्दा उठाया और कांग्रेस सरकार को जमकर गिरते नजर आए वही कमलनाथ सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी की शिवराज सरकार के 15 सालों में बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर पलटवार करती रही.
2019 अब खत्म होने को है. लेकिन क्या 2020 में इन शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा. क्या आने वाला नया साल 2020 शिक्षित युवाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर लाएगा? यह तो अब वक्त ही बताएगा.