छिंदवाड़ा। शादी के बाद चूल्हा-चौका और परिवार की जिम्मेदारियों के बोझ तले महिलाओं का जीवन घर में सिमटकर रह जाता है. वहीं, छिंदवाड़ा जिले से एक अच्छी खबर आई है. यहां शादी के बाद पिछले 3 सालों में दोगुनी संख्या में महिलाओं ने अपनी पढ़ाई पूरी की है.
अब महिलाएं जागरूक हो रही हैं : राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया है कि 2019 में जिले में 4 फ़ीसदी महिलाओं ने शादी के बाद कॉलेजों में एडमिशन लिया था. वहीं 2020 में फिर 4 फीसदी और 2021 में अब 8 फ़ीसदी महिलाओं ने शादी के बाद दाखिला लिया है. उनका कहना है कि अब महिलाएं जागरूक होने लगी हैं.
साल | विवाहित | अविवाहित |
2019 | 1336 | 34326 |
2020 | 1420 | 37008 |
2021 | 1137 | 13656 |
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ससुराल वाले भी बहुओं को पढ़ाने में ले रहे रुचि : छिंदवाड़ा के चंदनगांव की रहने वाली 36 साल की किरण सावनेरे गर्ल्स कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है. उन्होंने बताया कि उनकी सास ने उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने की सीख दी है. उनकी सास अब उनके बीच नहीं है. लेकिन उनकी जिद की वजह से ही लंबे ब्रेक के बाद उसने अधूरी पढ़ाई फिर से शुरू की. किरण बताती हैं कि उनकी सासू मां ने उन्हें पढ़ाई के लिए कहा था और करीब 7 साल के लंबे अंतराल के बाद उन्होंने फिर से कॉलेज में दाखिला लिया है. (Trend change in Chhindvada) (admission in colleges after marriage)