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धर्मशास्त्र और वास्तु शास्त्र का उदाहरण है 'राम नाम स्तंभ' - Chhindwara News

जिले के पांढुर्णा में एक ऐसा प्राचीन राम मंदिर हैं, जहां राम नाम स्तंभ बना हुआ हैं. जिसे 201 करोड़ राम नाम की पुस्तिका डालकर बनाया गया. इस स्तंभ में 9 अंक की संख्या काफी महत्व रखती हैं. इस स्तंभ की परिक्रमा करने से सबकी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं.

Ram Naam stambh
राम नाम स्तंभ
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Published : Apr 20, 2021, 8:13 AM IST

Updated : Apr 21, 2021, 9:03 AM IST

छिंदवाड़ा। 'श्री राम' एक ऐसा नाम, जो हर किसी के मन मे बसा हुआ हैं. राम नाम सुनते ही मन का सीधा संपर्क अध्यात्म से हो जाता है. कुछ ऐसी भगवान राम की याद छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में बसी हुई हैं. यहां एक ऐसा 'राम नाम स्तंभ' हैं जिसकी परिक्रमा करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं. 72 फिट के इस स्तंभ में कुल 324 बार राम नाम लिखा हुए है. इस राम नाम की पुस्तिका में लोगों ने राम, अल्लाह, गॉड भी लिखा हुआ हैं. इसलिए इस स्तंभ को सर्वधर्म स्तंभ मानकर 'राम नाम सरकार' के नाम से जाना जाता हैं.

'राम नाम स्तंभ'
  • 9 अंक बना शुभ, पूर्ण होती हैं मनोकामना

पांढुर्णा के प्राचीन राम मंदिर में स्थापित राम नाम स्तंभ में 9 अंक की संख्या का काफी महत्व हैं. इस स्तंभ की उचांई 72 फिट हैं. अर्थात 7 और 2 को जोड़कर देखा जाए तो 9 अंक का आंकड़ा बनाता हैं. यही नहीं इस स्तंभ में लगे राम नाम शब्द के ऊंचाई और लंबाई भी 9 अंक में बसी हुई हैं. इस स्तंभ की ऊंचाई और चौड़ाई का हिसाब भी 9 अंक के आंकड़े में हैं. इस स्तंभ के छत पर ध्वज पत्र लगा हुआ हैं, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. राम नाम स्तंभ में कुल 324 राम लिखे हुए है. जिसे जोड़ा जाए तो 9 अंक बनता है. इसलिए इस मंदिर के लिए 9 अंक आंकड़ा शुभ माना जाता हैं.

Ram Naam Sarkar
राम नाम सरकार

1100 साल पुराने सूर्य मंदिर को संवारने की तैयारी, जानें खासियत?

इस स्तंभ को धर्मशास्त्र और वास्तुशास्त्र को ध्यान में रखकर निर्माण किया गया हैं. इस प्राचीन मंदिर में रामनवमी के दिन पूरा शहर जश्न में डूब जाता हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना काल को देखते हुए कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा रामनवमी उत्सव के दिन मंदिर में केवल पूजा-अर्चना तक कार्यक्रम सीमित रहेगा.

  • 200 साल के प्राचीन मंदिर की पत्थरों से बनी नींव

मंदिर के संस्थापक प्रवीण पालीवाल ने बताया कि प्राचीन राम मंदिर की स्थापना लगभग 200 वर्ष पहले की गई हैं. राम नाम स्तंभ की नींव रामनवमी के दिन 7 अप्रैल 2006 को सुबह 9 बजे की गई थी. इस स्तंभ में 201 करोड़ के नाम से लिखित पुस्तिका डाली गई हैं. इस राम नाम की पुस्तिका में लोगों ने राम, अल्लाह, गॉड भी लिखा हुआ हैं. इसलिए इस स्तंभ को सर्वधर्म स्तंभ भी कहा जाता हैं. इसी प्रकार इस प्राचीन राम मंदिर को खरफ के पत्थरों से बनाया गया हैं. जिसकी कलाकृति आज भी इस मंदिर में देखने को मिल रही हैं.

राम मंदिर की तर्ज पर महाकालेश्वर मंदिर का होगा विस्तार

  • हनुमानजी 24 घंटे करते हैं राम नाम के दर्शन

मंदिर के पुजारी गणेश दुबे के मुताबिक इस मंदिर में हनुमानजी के मूर्ति स्थापित हैं. जिसका मुख सीधे राम नाम स्तंभ की ओर हैं. जिससे 24 घंटे हनुमानजी राम स्तंभ के दर्शन करते नजर आते है. इस मंदिर में प्राचीन शिव लिंग भी हैं. जिसकी पूजा अर्चना भी विधिवत होती हैं.

छिंदवाड़ा। 'श्री राम' एक ऐसा नाम, जो हर किसी के मन मे बसा हुआ हैं. राम नाम सुनते ही मन का सीधा संपर्क अध्यात्म से हो जाता है. कुछ ऐसी भगवान राम की याद छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में बसी हुई हैं. यहां एक ऐसा 'राम नाम स्तंभ' हैं जिसकी परिक्रमा करने से मनोकामना पूर्ण होती हैं. 72 फिट के इस स्तंभ में कुल 324 बार राम नाम लिखा हुए है. इस राम नाम की पुस्तिका में लोगों ने राम, अल्लाह, गॉड भी लिखा हुआ हैं. इसलिए इस स्तंभ को सर्वधर्म स्तंभ मानकर 'राम नाम सरकार' के नाम से जाना जाता हैं.

'राम नाम स्तंभ'
  • 9 अंक बना शुभ, पूर्ण होती हैं मनोकामना

पांढुर्णा के प्राचीन राम मंदिर में स्थापित राम नाम स्तंभ में 9 अंक की संख्या का काफी महत्व हैं. इस स्तंभ की उचांई 72 फिट हैं. अर्थात 7 और 2 को जोड़कर देखा जाए तो 9 अंक का आंकड़ा बनाता हैं. यही नहीं इस स्तंभ में लगे राम नाम शब्द के ऊंचाई और लंबाई भी 9 अंक में बसी हुई हैं. इस स्तंभ की ऊंचाई और चौड़ाई का हिसाब भी 9 अंक के आंकड़े में हैं. इस स्तंभ के छत पर ध्वज पत्र लगा हुआ हैं, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. राम नाम स्तंभ में कुल 324 राम लिखे हुए है. जिसे जोड़ा जाए तो 9 अंक बनता है. इसलिए इस मंदिर के लिए 9 अंक आंकड़ा शुभ माना जाता हैं.

Ram Naam Sarkar
राम नाम सरकार

1100 साल पुराने सूर्य मंदिर को संवारने की तैयारी, जानें खासियत?

इस स्तंभ को धर्मशास्त्र और वास्तुशास्त्र को ध्यान में रखकर निर्माण किया गया हैं. इस प्राचीन मंदिर में रामनवमी के दिन पूरा शहर जश्न में डूब जाता हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना काल को देखते हुए कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा रामनवमी उत्सव के दिन मंदिर में केवल पूजा-अर्चना तक कार्यक्रम सीमित रहेगा.

  • 200 साल के प्राचीन मंदिर की पत्थरों से बनी नींव

मंदिर के संस्थापक प्रवीण पालीवाल ने बताया कि प्राचीन राम मंदिर की स्थापना लगभग 200 वर्ष पहले की गई हैं. राम नाम स्तंभ की नींव रामनवमी के दिन 7 अप्रैल 2006 को सुबह 9 बजे की गई थी. इस स्तंभ में 201 करोड़ के नाम से लिखित पुस्तिका डाली गई हैं. इस राम नाम की पुस्तिका में लोगों ने राम, अल्लाह, गॉड भी लिखा हुआ हैं. इसलिए इस स्तंभ को सर्वधर्म स्तंभ भी कहा जाता हैं. इसी प्रकार इस प्राचीन राम मंदिर को खरफ के पत्थरों से बनाया गया हैं. जिसकी कलाकृति आज भी इस मंदिर में देखने को मिल रही हैं.

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  • हनुमानजी 24 घंटे करते हैं राम नाम के दर्शन

मंदिर के पुजारी गणेश दुबे के मुताबिक इस मंदिर में हनुमानजी के मूर्ति स्थापित हैं. जिसका मुख सीधे राम नाम स्तंभ की ओर हैं. जिससे 24 घंटे हनुमानजी राम स्तंभ के दर्शन करते नजर आते है. इस मंदिर में प्राचीन शिव लिंग भी हैं. जिसकी पूजा अर्चना भी विधिवत होती हैं.

Last Updated : Apr 21, 2021, 9:03 AM IST
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