छिंदवाड़ा। प्याज की कीमतों ने आम आदमी को रुला दिया है. प्याज कई जगहों पर 150 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है. छोटे व्यापारियों ने तो प्याज लाना ही बंद कर दिया है. उनका कहना है कि वह प्याज लाते हैं तो अधिकांश प्याज खराब हो जाती हैं और जो बचते हैं उसे ग्राहक महंगा होने के चलते खरीदते नहीं. कुछ ग्राहक प्याज खरीदते भी हैं तो, बहुत कम मात्रा में. वहीं सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक प्याज महंगा होने के कारण अब लोग इसका उपयोग कम कर रहे हैं. इसका असर सब्जियों की बिक्री पर भी देखा जा सकता है.
दुकानों से गायब होने लगी प्याज
प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. जो कभी 35 से 60 किलो तक मिलते थे, वे अब 130 से 150 किलो तक बिक रहे हैं. हालात को देखते हुए सब्जी व्यापारियों ने प्याज रखना ही बंद कर दिया है. वहीं छोटे व्यापारी कहते हैं कि, हम प्याज खरीदकर तो ले आते हैं, लेकिन लोग इन्हें खरीदने से बच रहे हैं.
गृहणियों की रसोई का बिगड़ा बजट
गृहणियों के रसोई का जायका और बजट दोनों बिगड़ गए हैं. प्याज महंगा होने के कारण मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाएं अब सिर्फ आधा किलो या एक पाव प्याज ही खरीद रही हैं, इससे सब्जी के स्वाद में भी अंतर पड़ा है. प्याज की कीमतों का असर घर के बजट पर भी पड़ रहा है.
कम आवक से प्याज के बढ़े दाम
मुनाफे के लिए बड़े व्यापारी प्याज की कालाबाजारी करते हैं, जिसके कारण बाजार में इसकी कमी हो जाती है और रेट बढ़ जाते हैं. जैसे ही दामों में उछाल आता है, तब बड़े व्यापारी प्याज में अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं.
कम हुआ प्याज का इस्तेमाल
गृहणियों ने बताया कि प्याज महंगा होने के कारण उन्होंने सब्जियों में इसे डालना बहुत कम कर दिया है.