ETV Bharat / state

प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को रुलाया, खरीदी घटने से व्यापारियों को भारी नुकसान

प्याज की कीमतों को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. इस घमासान से छिंदवाड़ा भी अछूता नहीं है. प्याज के बढ़े दामों ने छिंदवाड़ा के लोगों को भी परेशान कर रखा है. इसका सीधा असर व्यापारियों के कारोबार पर पड़ा है.

Increased onion prices impact traders
प्याज के बढ़े दामों का व्यापारियों पर पड़ा अस
author img

By

Published : Dec 5, 2019, 1:03 PM IST

Updated : Dec 5, 2019, 5:30 PM IST

छिंदवाड़ा। प्याज की कीमतों ने आम आदमी को रुला दिया है. प्याज कई जगहों पर 150 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है. छोटे व्यापारियों ने तो प्याज लाना ही बंद कर दिया है. उनका कहना है कि वह प्याज लाते हैं तो अधिकांश प्याज खराब हो जाती हैं और जो बचते हैं उसे ग्राहक महंगा होने के चलते खरीदते नहीं. कुछ ग्राहक प्याज खरीदते भी हैं तो, बहुत कम मात्रा में. वहीं सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक प्याज महंगा होने के कारण अब लोग इसका उपयोग कम कर रहे हैं. इसका असर सब्जियों की बिक्री पर भी देखा जा सकता है.

प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को रुलाया

दुकानों से गायब होने लगी प्याज

प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. जो कभी 35 से 60 किलो तक मिलते थे, वे अब 130 से 150 किलो तक बिक रहे हैं. हालात को देखते हुए सब्जी व्यापारियों ने प्याज रखना ही बंद कर दिया है. वहीं छोटे व्यापारी कहते हैं कि, हम प्याज खरीदकर तो ले आते हैं, लेकिन लोग इन्हें खरीदने से बच रहे हैं.

गृहणियों की रसोई का बिगड़ा बजट

गृहणियों के रसोई का जायका और बजट दोनों बिगड़ गए हैं. प्याज महंगा होने के कारण मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाएं अब सिर्फ आधा किलो या एक पाव प्याज ही खरीद रही हैं, इससे सब्जी के स्वाद में भी अंतर पड़ा है. प्याज की कीमतों का असर घर के बजट पर भी पड़ रहा है.

कम आवक से प्याज के बढ़े दाम
मुनाफे के लिए बड़े व्यापारी प्याज की कालाबाजारी करते हैं, जिसके कारण बाजार में इसकी कमी हो जाती है और रेट बढ़ जाते हैं. जैसे ही दामों में उछाल आता है, तब बड़े व्यापारी प्याज में अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं.

कम हुआ प्याज का इस्तेमाल

गृहणियों ने बताया कि प्याज महंगा होने के कारण उन्होंने सब्जियों में इसे डालना बहुत कम कर दिया है.

छिंदवाड़ा। प्याज की कीमतों ने आम आदमी को रुला दिया है. प्याज कई जगहों पर 150 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है. छोटे व्यापारियों ने तो प्याज लाना ही बंद कर दिया है. उनका कहना है कि वह प्याज लाते हैं तो अधिकांश प्याज खराब हो जाती हैं और जो बचते हैं उसे ग्राहक महंगा होने के चलते खरीदते नहीं. कुछ ग्राहक प्याज खरीदते भी हैं तो, बहुत कम मात्रा में. वहीं सब्जी विक्रेताओं के मुताबिक प्याज महंगा होने के कारण अब लोग इसका उपयोग कम कर रहे हैं. इसका असर सब्जियों की बिक्री पर भी देखा जा सकता है.

प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को रुलाया

दुकानों से गायब होने लगी प्याज

प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. जो कभी 35 से 60 किलो तक मिलते थे, वे अब 130 से 150 किलो तक बिक रहे हैं. हालात को देखते हुए सब्जी व्यापारियों ने प्याज रखना ही बंद कर दिया है. वहीं छोटे व्यापारी कहते हैं कि, हम प्याज खरीदकर तो ले आते हैं, लेकिन लोग इन्हें खरीदने से बच रहे हैं.

गृहणियों की रसोई का बिगड़ा बजट

गृहणियों के रसोई का जायका और बजट दोनों बिगड़ गए हैं. प्याज महंगा होने के कारण मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाएं अब सिर्फ आधा किलो या एक पाव प्याज ही खरीद रही हैं, इससे सब्जी के स्वाद में भी अंतर पड़ा है. प्याज की कीमतों का असर घर के बजट पर भी पड़ रहा है.

कम आवक से प्याज के बढ़े दाम
मुनाफे के लिए बड़े व्यापारी प्याज की कालाबाजारी करते हैं, जिसके कारण बाजार में इसकी कमी हो जाती है और रेट बढ़ जाते हैं. जैसे ही दामों में उछाल आता है, तब बड़े व्यापारी प्याज में अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं.

कम हुआ प्याज का इस्तेमाल

गृहणियों ने बताया कि प्याज महंगा होने के कारण उन्होंने सब्जियों में इसे डालना बहुत कम कर दिया है.

Intro:छिंदवाड़ा! प्याज के दाम अब आसमान पर पहुंच चुके हैं जो लोगों को रुला रही है छोटे व्यापारियों ने तो प्याज लाना ही बंद कर दिया वह कहते हैं कि हम प्याज लाते हैं तो अधिकांश प्याज खराब हो जाती है और जो बचती है तो लोग ग्राहक महंगा होने के कारण जो दो-तीन किलो खरीदते थे वहां एक पाव प्याज खरीद कर चले जाते हैं सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि महंगी प्याज होने के कारण अब लोग प्याज का उपयोग कम कर रहे हैं और खरीददार ही नहीं मिल रहे


Body:छिंदवाड़ा में प्याज के दाम ₹130 से ₹150 तक चल रहा है

दुकानों से गायब होने लगी प्याज- प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं जहां प्याज ₹ 35 से ₹ 60 किलो तक मिलती थी वहां अब 130 से ₹150 किलो तक बिक रही है जिसके चलते अब सब्जी व्यापारियों ने महंगी प्याज होने के कारण प्याज रखना ही बंद कर दिया छोटे व्यापारी कहते हैं कि हम प्याज खरीद के ले तो आते हैं जैसे तैसे पर उसे खरीदने वाला खरीददार ही नहीं मिलता जिस कारण प्याज खराब हो जाती है और नुकसान होता है

ग्रहणी की रसोई का बिगड़ा बजट- ग्रहणी के रसोई का जायका और बजट दोनों बिगड़ गया प्याज महंगी होने के कारण मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाएं जो दो-तीन किलो प्याज खरीद देती थी वहां अब सिर्फ आधा किलो एक पाव प्याज ही खरीद रहे हैं इससे सब्जी के स्वाद में भी अंतर पड़ा है प्याज महंगी होने से ग्रहणी यों के घरेलू बजट पर असर दिख रहा है

कम आवक से प्याज के बढ़े दाम - प्याज में मुनाफा कमाने को लेकर बड़े व्यापारी प्याज का स्टॉक कर लेते हैं और बाजार में प्याज उपलब्ध नहीं हो पाती जिसके चलते प्याज के दाम लगातार बढ़ते रहते हैं जैसे ही दाम बढ़ जाते हैं उसके बाद यह व्यापारी प्याज में अच्छा खासा मुनाफा कमा लेते हैं

कम किया प्याज का उपयोग - महिलाओं ने बताया कि प्याज महंगी होने के कारण उन्होंने सब्जियों में प्याज डालना बहुत कम कर दिया है जहां वहां प्याज एक एक दो दो किलो खरीद के ले जाती थी वहां अब मुश्किल से आधा किलो ही प्याज खरीद रही है उनका कहना है कि इतने ही रुपए में 1 किलो दूसरी सब्जी खरीद लेंगे

सामान से अधिक बारिश होने के कारण प्रभावित - प्याज के दामों पर कुछ हद तक सामान से अधिक बारिश ने भी प्रभाव डाला है बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है वहीं नासिक से आने वाली प्याज नहीं आ पा रही है जो आ रही है वहां इतनी महंगी है कि लोग प्याज खरीदने में भी हिचक रहे हैं

छोटे सब्जी व्यापारियों ने बनाई प्याज से दूरी- फुटकर छोटे व्यापारियों ने अपनी दुकानों में प्याज रखना ही बंद कर दिया उनका कहना है कि एक तो महंगी प्याज खरीद के लाओ और प्याज में ही होने के कारण ग्राहक पर आज नहीं लेते और प्याज ज्यादा समय तक बची भी नहीं जा सकती वह खराब होने लगती है इसके चलते उन्होंने अपनी सब्जी दुकानों पर प्याज रखना ही बंद कर दिया

बाईट 01- निर्मला बाई सब्जी ,दुकानदार

बाईट02- प्रभाकर सब्जी ,दुकानदार

बाईट03- प्रमिला सब्जी ,दुकानदार

बाईट04- शबनम ,ग्राहक

बाईट05- अलका उपाध्याय ,ग्रहणी

बाईट06- मनोहर ,ग्राहक



Conclusion:
Last Updated : Dec 5, 2019, 5:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.