छिंदवाड़ा। खेती में लागत ज्यादा और मुनाफा कम होने की परेशानी से खेती को अलविदा कह रहे किसानों के लिए अच्छी खबर है. छिंदवाड़ा की जलवायु स्ट्रॉबेरी की फसल के लिए उपयुक्त पाई गई है और जिले में अब इसकी खेती भी की जा रही है. छिंदवाड़ा में किसान स्ट्रॉबेरी की खेती कर अधिक लाभ कमा सकते हैं.
परंपरागत खेती में लागत ज्यादा और मुनाफा कम होने के चलते किसान आर्थिक परेशानियों से जूझता है, जिसके चलते अधिकतर किसानों का मोह खेती से भंग होता जा रहा है. खेती को मुनाफे का धंधा बनाने के लिए सरकार भी कई प्रयास कर रही है.
देलाखारी संजय निकुंज में लगाई गई स्ट्रॉबेरी
प्रयोग के तौर पर उद्यानिकी विभाग ने देलाखारी के संजय निकुंज में कुछ जमीन पर स्ट्रॉबेरी की फसल लगाई है, जो सफलतापूर्वक फल-फूल रही है. वहीं उद्यान विकास अधिकारी एचके शेन्द्रे ने बताया कि बिछुआ में भी किसान ने एक हेक्टेयर में फसल लगाई है, जो काफी सक्सेसफुल है और छिंदवाड़ा की जलवायु इसके लिए उपयुक्त है.
स्ट्रॉबेरी की खेती करना भी बहुत आसान है, मल्चिंग और पॉली हाउस की सहायता से आलू की तरह ही क्यारियां बनाकर स्ट्रॉबेरी लगाई जा सकती है.