छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस के चलते लागू हुए लॉकडाउन के कारण मोक्ष धाम की अलमारियां अस्थि कलश से भर गई हैं. बताया जाता है कि जब तक अस्थियों का विसर्जन नहीं कर दिया जाता जब तक मृतक को मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो पाती. पर लॉकडाउन के चलते अस्थियों को विसर्जन करने की परमिशन नहीं मिल रही है, जिसके कारण अलमारियां अस्थियों से भर गई हैं.
मोक्ष धाम के चौकीदार का कहना है कि मोक्ष धाम में आने वालों की अस्थियां रखने के लिए अलमारी बनाई थीं जो भर चुकी हैं. अलमारियों में ताला लगाकर भी रखा गया है. ऑलमारियां लगभग भर चुकी हैं. परिजन अस्थियों को ले जाना चाह रहे हैं पर लॉकडाउन के चलते परमिशन नहीं मिलने के कारण वह अस्थियां मोक्षधाम में ही रखी हुई हैं.
लॉकडाउन खुलने और परमिशन मिलने का इंतजार कर रहे हैं मृतक व्यक्तियों के परिजन ने बताया कि दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए वो इलाहाबाद जाकर उनकी अस्थि विसर्जन करना चाहते हैं पर लॉकडाउन के कारण उन्हें जाने की परमिशन नहीं मिल रही. वहीं आगे उन्होंने बताया कि इलाहाबाद के पंडितों ने भी अस्थि विर्सजन करने से मना कर दिया हैं, पंडितों का कहना है कि अस्थि विसर्जन करने से कोरोना संक्रमण का खतरा है.
अपर कलेक्टर राजेश बाथम का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान सिर्फ अतिआवश्यक सेवाओं के लिए ही छूट दी जा रही है, जो चीजें बाद में हो सकती हैं उनके लिए परमिशन नहीं दी जा रही है. अब अस्थियों को भी लॉकडाउन खुलने का इंतजार करना पड़ेगा उसके बाद ही उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी.