छिंदवाड़ा। जिले में पांच ट्रेनें प्रतिदिन चलती थी. जिसमें एक एक्सप्रेस ट्रेन और चार पैसेंजर ट्रेन शामिल थी. जिससे रेलवे को हर महीने ढाई लाख से 3 लाख तक का फायदा होता था. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन में देशभर में सभी जगह ट्रेनें बंद कर दी गई थी. अनलॉक में किसानों के लिए स्पेशल किसान ट्रेन छिंदवाड़ा से हावड़ा चलाई गई थी. जिसमें किसानों ने कोई रुचि नहीं दिखाई. तो उसे भी बंद कर दिया गया.
लॉकडाउन में रेलवे को हुआ नुकसान
कोविड 19 संक्रमण के चलते देश भर में लॉकडाउन था. जिसके बाद सभी जगह ट्रेनें रोक दी गई थी. वहीं रेलवे विभाग द्वारा जिन यात्रियों ने 4 महीने पहले रिजर्वेशन कराया था. उन सभी को रिजर्वेशन का पैसा रिफंड किया गया. जिसके कारण रेलवे को भी काफी नुकसान हुआ.
किसानों के लिए स्पेशल किसान ट्रेन चलाई गई छिंदवाड़ा टू हावड़ा
केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए स्पेशल किसान ट्रेन चलाई गई जो छिंदवाड़ा से हावड़ा तक 5 राज्यों से होकर पहुंचती थी. जिसके द्वारा किसान अपनी सब्जियां फल और अनाज आदि इस ट्रेन के माध्यम से भेज सकता था. लेकिन किसानों ने इसमें रुचि नहीं होने के कारण सिर्फ दो बार ही किसान स्पेशल ट्रेन चल पाई. किसान स्पेशल ट्रेन में किसानों को 50 प्रतिशत किराए पर यह ट्रेन से अपने फल सब्जियां और अनाज भेज सकता था पर किसानों द्वारा समय परिवर्तन और अन्य मांग को लेकर स्पेशल किसान ट्रेन के प्रति रुचि नहीं दिखाई. जिसके बाद इसे बंद कर दिया गया.