छिंदवाड़ा। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का सिलसिला लगातार जारी है. इस बीच एक युवक को देहात थाना प्रभारी ने मरीज बनकर 6 इंजेक्शन बेचते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
अमरावती के अस्पताल से लाकर बेच रहा था इंजेक्शन
रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले युवक का नाम अजिंक्य ठाकरे बताया गया है. आरोपी ने बताया कि उसने अमरावती के डॉक्टर पंजाब राव देशमुख अस्पताल से मरीज के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर 6 इंजेक्शन लिए थे. जिन्हें वह छिंदवाड़ा में बेचने की फिराक में था.
देहात थाना प्रभारी ने खुद मरीज बनकर किया था फोन
मुखबिर से सूचना मिलने के बाद एसपी विवेक अग्रवाल ने देहात थाना प्रभारी महेंद्र भगत की अगुवाई में एक टीम गठित की थी. थाना प्रभारी महेंद्र भगत ने आरोपी युवक को फोन कर खुद मरीज होने की बात कही और 25000 रूपए में एक इंजेक्शन खरीदने का सौदा तय हुआ. युवक देहात थाना के एक इलाके में इंजेक्शन देने आया और थाना प्रभारी और उनकी टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
इंजेक्शन बेचते हुए पहले भी गिरफ्तार हुए थे 2 वार्ड बॉय
इसके पहले भी छिंदवाड़ा में इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला सामने आया था, जिसमें जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में काम करने वाले वार्ड बॉय मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन चोरी कर कालाबाजारी करते थे.