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MP Cold Wave हार्ट, बीपी, शुगर और अस्थमा के मरीज न हो परेशान, डॉक्टरों ने बताए हैं ये समाधान

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Published : Jan 7, 2023, 5:11 PM IST

Updated : Jan 7, 2023, 5:33 PM IST

उत्तर भारत से लेकर मध्य भारत तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वैसे तो ठंड का मौसम कुछ लोगो को पसंद भी होता है, लेकिन हार्ट के मरीजों के लिए यह समय काफी दिक्कत वाला रहता है. इसलिए डॉक्टरों की सलाह है इस समय हार्ट, शुगर, बीपी और अस्थमा के रोगियों को अपना खास खयाल रखना चाहिए. उन्होंने अतिरिक्त सावधानी बरतने के साथ इस तरह के मरीजों के लिए कुछ समाधान भी बताएं हैं. (MP cold wave)

mp cold wave
हार्ट बीपी शुगर और अस्थमा के मरीज न हो परेशान

छिंदवाड़ा। ठंड बढ़ने के साथ मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में हार्ट के मरीजों की संख्या बढ़ी है. इन दिनों 5 से 6 मरीज हृदय संबंधी समस्याएं लेकर अस्पताल पहुंच रहे है. सर्द हवाओं के साथ बढ़ी ठंड में शरीर की धमनियां सिकुड़ने जैसी समस्याएं सामने आती है. जिसकी वजह से हृदय तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त ब्लड नहीं पहुंच पाता. हृदय में पर्याप्त मात्रा में ब्लड न पहुंचने और धमनियों के सिकुड़ने से अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है. (Heart bp sugar and asthma patients not to worry)

जरा सी लापरवाही भी पड़ सकती है भारीः मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. दिनेश ठाकुर के मुताबिक ठंड हेल्थी सीजन है, लेकिन मामूली सी लापरवाही हार्ट, लकवे, शुगर और बीपी के मरीजों के लिए समस्या बन सकती है. हार्ट की धमनियां सिकुड़ने से हार्ट अटैक और ब्रेन की धमनियां सिकुड़ने से लकवे की संभावना अधिक होती है. बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को ठंड में विशेष सावधानी रखनी चाहिए. (Even a little carelessness can be heavy)

MP Cold Wave सबसे ठंडा छतरपुर जिले का नौगांव, पारा जीरो पर जाने को उतारू, खजुराहो में 1.6 डिग्री

ठंड के साथ ही अस्थमा के मरीजों की बढ़ी संख्याः विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक ठंड में हार्ट के साथ अस्थमा के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. धूम्रपान करने वाले शख्स और ग्रामीण इलाकों में चूल्हे के धुएं के सम्पर्क में रहने वाली महिलाओं को अस्थमा के अटैक की समस्याएं आती है. अस्थमा पीड़ित मरीजों के घरों में नमी या सीलन नहीं होनी चाहिए और कमरे हवादार होने चाहिए. (Along with cold number of asthma patients increased)

अल सुबह अटैक का खतरा, इन दवाओं से मिलेगी राहतः डॉ. दिनेश ठाकुर के मुताबिक अक्सर तड़के तीन से छह बजे के बीच अटैक आने की संभावना प्रबल होती है. अटैक के लक्क्षण जैसे ही दिखाई दें, जैसे तेज चेस्टपेन और सांस फूलने जैसी दिक्कतें आती हैं, तो मरीज को इकोस्प्रिन 325 मिलीग्राम पानी में घोलकर या चबाकर खाने के लिए दें. इसके अलावा सॉर्बिट्रेट 5 मिलीग्राम टेबलेट जीभ के नीचे रखें. घर में बुजुर्ग और हार्ट पेशेंट होने पर परिजन इन दवाओं को घर पर रख सकते हैं. हार्ट की तकलीफ होने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती कराएं. (Early morning attack threat) (You will get relief from these medicines)

डॉक्टरों की सलाह, यह रखें सावधानीः

  1. हृदय रोगी धूम्रपान न करें.
  2. रोजाना हल्का व्यायाम करें.
  3. ताजा और हेल्दी भोजन करें.
  4. बीपी शुगर के पेशेंटद वाएं बंद न करें.
  5. बुजुर्ग अपना बीपी शुगर नियमित जांच कराएं.
  6. हृदय रोगी मरीज घर पर भी गर्म कपड़े पहनकर रहे.
  7. हृदय रोगी ठंड में अचानक बिस्तर से बाहर न आए.
  8. सुबह सबेरे घूमने न निकले, हल्की धूप में घर से निकले. (Doctor advice be careful)

छिंदवाड़ा। ठंड बढ़ने के साथ मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में हार्ट के मरीजों की संख्या बढ़ी है. इन दिनों 5 से 6 मरीज हृदय संबंधी समस्याएं लेकर अस्पताल पहुंच रहे है. सर्द हवाओं के साथ बढ़ी ठंड में शरीर की धमनियां सिकुड़ने जैसी समस्याएं सामने आती है. जिसकी वजह से हृदय तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त ब्लड नहीं पहुंच पाता. हृदय में पर्याप्त मात्रा में ब्लड न पहुंचने और धमनियों के सिकुड़ने से अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है. (Heart bp sugar and asthma patients not to worry)

जरा सी लापरवाही भी पड़ सकती है भारीः मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. दिनेश ठाकुर के मुताबिक ठंड हेल्थी सीजन है, लेकिन मामूली सी लापरवाही हार्ट, लकवे, शुगर और बीपी के मरीजों के लिए समस्या बन सकती है. हार्ट की धमनियां सिकुड़ने से हार्ट अटैक और ब्रेन की धमनियां सिकुड़ने से लकवे की संभावना अधिक होती है. बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को ठंड में विशेष सावधानी रखनी चाहिए. (Even a little carelessness can be heavy)

MP Cold Wave सबसे ठंडा छतरपुर जिले का नौगांव, पारा जीरो पर जाने को उतारू, खजुराहो में 1.6 डिग्री

ठंड के साथ ही अस्थमा के मरीजों की बढ़ी संख्याः विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक ठंड में हार्ट के साथ अस्थमा के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. धूम्रपान करने वाले शख्स और ग्रामीण इलाकों में चूल्हे के धुएं के सम्पर्क में रहने वाली महिलाओं को अस्थमा के अटैक की समस्याएं आती है. अस्थमा पीड़ित मरीजों के घरों में नमी या सीलन नहीं होनी चाहिए और कमरे हवादार होने चाहिए. (Along with cold number of asthma patients increased)

अल सुबह अटैक का खतरा, इन दवाओं से मिलेगी राहतः डॉ. दिनेश ठाकुर के मुताबिक अक्सर तड़के तीन से छह बजे के बीच अटैक आने की संभावना प्रबल होती है. अटैक के लक्क्षण जैसे ही दिखाई दें, जैसे तेज चेस्टपेन और सांस फूलने जैसी दिक्कतें आती हैं, तो मरीज को इकोस्प्रिन 325 मिलीग्राम पानी में घोलकर या चबाकर खाने के लिए दें. इसके अलावा सॉर्बिट्रेट 5 मिलीग्राम टेबलेट जीभ के नीचे रखें. घर में बुजुर्ग और हार्ट पेशेंट होने पर परिजन इन दवाओं को घर पर रख सकते हैं. हार्ट की तकलीफ होने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती कराएं. (Early morning attack threat) (You will get relief from these medicines)

डॉक्टरों की सलाह, यह रखें सावधानीः

  1. हृदय रोगी धूम्रपान न करें.
  2. रोजाना हल्का व्यायाम करें.
  3. ताजा और हेल्दी भोजन करें.
  4. बीपी शुगर के पेशेंटद वाएं बंद न करें.
  5. बुजुर्ग अपना बीपी शुगर नियमित जांच कराएं.
  6. हृदय रोगी मरीज घर पर भी गर्म कपड़े पहनकर रहे.
  7. हृदय रोगी ठंड में अचानक बिस्तर से बाहर न आए.
  8. सुबह सबेरे घूमने न निकले, हल्की धूप में घर से निकले. (Doctor advice be careful)
Last Updated : Jan 7, 2023, 5:33 PM IST
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