छिंदवाड़ा। जिले में लंपी वायरस से गौवंश की मौत की खबरें आने लगी हैं. हाल ही में सौंसर के बानाबकोडा में चार गोवंश की मौत हो गई. इन मौतों को लेकर किसानों ने पशु चिकित्सकों पर आक्रोश जताते हुए लापरवाही के आरोप लगाए हैं. इधर, लंपी वायरस से गौवंश की हो रही मौतों को लेकर जिला प्रशासन ने किनारा कर लिया है. आपको बता दें कि आसपास के जिलों के बाद लंपी वायरस ने छिंदवाड़ा में भी दस्तक दे दी है. दस्तक के बाद हर्रई सौंसर और पांढुर्ना से भी मवेशियों के मौत की खबरे सामने आ रही है.
लंपी वायरस रोकने के लिए सख्त उपाय, जिले की सीमा सील, पशु मेले और जानवरों की खरीद बिक्री पर रोक
पशु चिकित्सा विभाग पर लापरवाही का आरोप : किसानों की मानें तो अभी तक लगभग 6 मवेसी लंपी वायरस से दम तोड़ चुके हैं. नियम की बात करें तो जहां भी लंपी वायरस फैला है, उसके पांच किमी क्षेत्र में टीकाकरण नहीं करना है. उसके बाद भी विभाग ने यह कदम उठाया. इस मामले में पशु चिकित्सक अधिकारी एचजीएस पक्षवार ने बताया कि जिले में लंपी वायरस नहीं है. 11 हजार पशुओं का टीकाकरण हो चुका है. अभी तक वायरस से एक भी मौत नहीं हुई है. सौंसंर पांढुर्ना बैतूल क्षेत्र से लगे हैं. वहां से बीमारी आ गई होगी, जबकि पशुओं में जो लक्षण दिखाई दे रहे हैं, वो बता रहे हैं कि लंपी वायरस है. (MP Chhindwara Lumpy virus outbreak)(Banned sale animals in mp )