छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 1 मार्च को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा विधानसभा में बजट पेश किया जाएगा. सरकार के इस बजट को लेकर जनता राहत की उम्मीद कर रही है. पेश होने वाले बजट को लेकर युवाओं को काफी उम्मीदें हैं. इस बार के बजट में युवाओं के लिए काफी कुछ होगा. युवाओं का मानना है कि रोजगार के लिए युवाओं को भटकना पड़ता है नहीं तो बाहर जाकर पलायन कर रोजगार तलाशना पड़ता है. सरकार को रोजगार और इंडस्ट्री देनी चाहिए. जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिल सके, बजट में पिछले साल हुई कटौती के कारण युवाओं के भविष्य पर भी काफी असर पड़ा है.
बेरोजगारी है मुख्य मुद्दा: मध्यप्रदेश में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है यह काफी बड़ा मुद्दा है जिसको लेकर युवाओंं का मानना है कि बजट में कुछ ऐसे योजनाएं लाना चाहिए जिससे अधिक से अधिक रोजगार उत्पन्न हो और बेरोजगारों को रोजगार मिल पाए. रोजगार नहीं मिल पाने के कारण मजबूरन युवाओं को रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ता है. सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे युवा भी हताश हैं जिसका बड़ा कारण समय पर वैकेंसी नहीं आना है. कुछ प्रतियोगी परिक्षाएं अधर में लटकी हैं जिसको लेकर प्रदेश भर में युवा प्रदर्शन भी कर चुके हैं और कई पेपर लीक भी हो चुके हैं जिसके कारण प्रदेश के युवा परेशान हैं.
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यूनिवर्सिटी के छात्र भी परेशान: राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के बजट में कटौती के चलते कई प्रकार की समस्याएं सामने आई हैं. जिसके चलते युवाओं का कहना है कि जो उनके एग्जाम समय पर होते थे वह एग्जाम समय पर नहीं हो पा रहे हैं जिसके कारण उनका समय अधिक खराब हो रहा है और वैसे ही उम्र की सीमा होती है जिसके कारण वह कई परीक्षाओं में फॉर्म नहीं भर पाते, यूनिवर्सिटी में बजट और लोगों की कमी होने के कारण समय पर रिजल्ट नहीं बन रहा जिसके कारण कई महीने युवाओं का भविष्य पीछे होता जा रहा है.