छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक तरफ प्रेस वार्ता कर कहते हैं कि मुझे मुख्यमंत्री बनने की कोई चाहत नहीं है और ना ही कुर्सी की लालसा है. लेकिन वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं के साथ भरे मंच में खड़े होकर खुद को मुख्यमंत्री बनाने की शपथ भी लेते हैं. अब इसको लेकर सियासी वार छिड़ गया है. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भरे मंच से खुद को एक बार फिर से मुख्यमंत्री और बेटे नकुलनाथ को फिर से सांसद बनाने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ कसम खाई है.
पूर्व विधायक ने दिलाई शपथ : मंच से ये शपथ पांढुर्णा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जतन ऊइके ने दिलवाई. हालांकि छिंदवाड़ा में जब पत्रकारों ने कमलनाथ से इस मामले में चर्चा की तो उन्होंने कहा कि उन्हें ना तो कुर्सी की लालसा है और ना ही मुख्यमंत्री बनने की चाहत. वह तो यही चाहते हैं कि मध्य प्रदेश सही पटरी पर चले. बता दें कि कांग्रेस में सीएम के पद को लेकर पार्टी में अंदरूनी घमासान छिड़ा है. सीएम चेहरे को लेकर अब तक कोई सहमति नहीं बन सकी है. कुछ दिन पहले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और वरिष्ठ नेता राहुल सिंह ने साफ कहा था कि अभी तक प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे के नाम पर कोई सहमति नहीं बनी है. हालांकि पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी.
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कलमनाथ बोले- मुझे कुर्सी की चाहत नहीं : वहीं, कमलनाथ के निवास पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे इस शपथ समारोह के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह तो छिंदवाड़ा के लोगों का प्यार है. वह तो ऐसी ही शपथ लेगी ही. लेकिन मुझे कुर्सी की कोई लालसा नहीं है. मध्यप्रदेश में सब कुछ है लेकिन सही नियत की सरकार नहीं है. इसलिए मैं चाहता हूं कि मध्य प्रदेश सही पटरी पर चलें और प्रदेश का विकास हो. दूसरी तरफ, कमलनाथ द्वारा शपथ लेने के बाद अब भाजपा ने तीखा हमला किया है. कभी कमलनाथ की करीबी रहे अब भाजपा का दामन थाम चुके नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा है कि वाह...पार्टी नियम , परंपरा, पार्टी संविधान सब एक तरफ़…“वर्ष 2023 के लिये छिंदवाड़ा में खुद को मुख्यमंत्री बनाने व पुत्र को सांसद बनाने की अनोखी शपथ…” यह तो भावी , अवश्यंभावी से भी बढ़कर…“शपथभावी सीएम.