छिंदवाड़ा। छत्तीसगढ़ कोरबा के रहने वाले 9 जमाती लॉकडाउन के कारण छिंदवाड़ा में ही फंसे रह गए थे, जिन्हें जिला प्रशासन ने क्वारंटाइन किया था. क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद घर लौटते वक्त सभी ने रक्तदान किया..
तोहफे के रुप में रक्त किया दान
छिंदवाड़ा में फंसे जमाती स्वास्थ कर्मियों के व्यवहार और सेवा से इतने खुश थे कि, उन्हें ये समझ ही नहीं आ रहा था कि जाते-जाते इन्हें क्या तोहफा दें. उनके पास कुछ बचा भी नहीं था. कर्मचारियों और जमातियों के बीच स्नेह-प्रेम इतना हो गया था कि, कुछ नहीं मिला तो तोहफे में जमातियों ने रक्त दान कर दिया. साथ ही एक वादा भी कर गए, अगर भविष्य में भी जरूरत पड़ी तो फिर अपना रक्त दान करने आएंगे.
छिंदवाड़ा में रुके हुए तबलीगी जमात के सदस्य वापस अपने घर कोरबा छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुए. छत्तीसगढ़ से मार्च में तबलीगी जमात के 9 सदस्य छिंदवाड़ा आए थे. लॉकडाउन के कारण इन सभी सदस्यों को छिंदवाड़ा में ही रुकना पड़ा. जानकारी मिलने पर इन सभी का टेस्ट किया गया. जिसमें सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई. इन्हें खजरी चौक स्थित छात्रावास में क्वारंटाइन किया गया था.
कोरोना वारियर्स का किया धन्यवाद
छिंदवाड़ा से वापस अपने घर के लिए निकलते समय सभी ने कोरोना वारियर्स को धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि, प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी और पुलिसकर्मियों ने हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार और सहयोग किया. जिस हॉस्टल में हमें क्वारंटाइन किया गया था, वहां के कर्मचारियों ने भी हमारी बहुत सेवा की है.