छिंदवाड़ा। नगर पालिका की जर्जर छत के नीचे कर्मचारी काम रहने को मजबूर है. इस भवन की छत का प्लास्टर नीचे टपक रहा हैं, यह समस्या कई सालों से बनी हुई है. छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा नगर पालिका को भले ही आईएसओ का दर्जा मिला हो लेकिन यह दर्जा कागजों तक ही सीमित रह गया है. नगर पालिका का यह भवन भले ही अंदर से चकाचक बनाया गया लेकिन इस भवन की छत का प्लास्टर टपकने लगा है.
इस जर्जर भवन के नीचे नगर पालिका के कर्मचारी जान जोखिम में डालकर कार्यालयीन समय में कार्य करते हैं, लेकिन इस जर्जर भवन की मरम्मत की सुध आज तक नहीं ली गई है. जब कि हर दिन आम जनता नगर पालिका कार्यालय में आती है, इस भवन की छत उस जगह से टपक रही है, जहां राजस्व विभाग का सबसे ज्यादा कार्य होता है. जहां लोग नल टैक्स, मकान टैक्स, नामांतरण करने के लिए पहुंचते हैं, जिन पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है.
कुछ दिन पहले ही इस भवन के छत का प्लास्टर नीचे गिर गया था, जिससे नगर पालिका के कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई थी, वहीं आज भी सभी कर्मचारी डर डर के काम करते नजर आते हैं. हालांकि अधिकारी इस जर्जर भवन की मरम्मत की बात जरूर कह रहे हैं.
17 अक्टूबर 1975 में बना था नपा का भवन-
ETV भारत ने जब पांढुर्णा नगर पालिका की जानकारी हासिल की तो पता चला कि 17 अक्टूबर 1975 में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री चंद्र प्रकाश शेखर सीएमओ आरएन मौर्य, नपा अध्यक्ष डॉक्टर रतन सिंघवी, उपाध्यक्ष नागोराव बॉम्बल द्वारा इस भवन का लोकार्पण किया गया था. तब से लेकर अब तक इस भवन के अंदरूनी मरम्मत नहीं कराई गई है.