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अवैध प्लॉटिंग के काले कारोबार में कब तक ठगी जाएगी जनता ? - Illegal colonizer

छिंदवाड़ा जिले में अवैध कॉलोनी काटने का सिलसिला अभी तक जारी है. ठेकेदार सरकारी नियमों के विरूद्ध सस्ते प्लॉट का लालच देने के साथ मूलभूत सुविधाओं का झांसा देकर आम जनता को लूटने का काम कर रहे है.

District administration initiated action against illegal colonizer.
अवैध कॉलोनाइजर के खिलाफ जिला प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई.
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Published : Mar 30, 2021, 2:47 PM IST

छिंदवाड़ा। सुंदर घर का सपना दिखाकर अवैध कॉलोनाइजर लोगों को लगातार ठग रहे हैं. जिले में अवैध कॉलोनियों का जाल फैलाया जा रहा है. साथ ही धड़ल्ले से प्लॉटिंग कर कॉलोनी काटी जा रही है. कॉलोनी का नक्शा और डायवर्सन पास कराए बिना ही मनमाने तरीके से प्लाट बेच कर जनता को ठगा जा रहा है. कॉलोनाइजर बिना पंजीयन के ही यह काम कर रहे हैं और बाद में खरीददार परेशान होता है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू किया है.

  • जिले में करीब ढाई सौ अवैध कालोनियों का जाल

जिले में करीब ढाई सौ अवैध कॉलोनी डेवलप हो रही हैं, जिनमें पहले खरीदारों को लुभावने सपने दिखाए जाते हैं और फिर मकान और प्लाट बेंचने के बाद खरीददारों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है. ना तो उन्हें सुविधाएं दी जाती हैं और ना ही उनकी फिर कोई सुनता है. नतीजतन खरीददार नगर निगम और जिला प्रशासन पर सुविधाओं के लिए दबाव बनाते हैं.

  • प्लॉट बेचकर भूले ठेकेदार

छिंदवाड़ा शहर के वार्ड नंबर 38 की भारत नगर कॉलोनी में करीब बीस साल पहले अवैध प्लाट बेचे गए थे जिनका ना तो डायवर्सन था और ना ही कानूनी तरीके से बनाने की अनुमति. सस्ते दामों में लोगों को प्लाट बेच दिया गया लेकिन 20 सालों बाद भी कॉलोनी में सड़क, नाली जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल पाई हैं जिसके कारण लोग आज भी परेशान हो रहे हैं.

अवैध कब्जा हटाने पहुंची निगम की टीम, कब्जा धारियों ने किया हंगामा

  • कॉलोनी में चंदे से आई बिजली

लोगों की परेशानी का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि चंदनगांव में एक कॉलोनी में प्लाट बेच दिए गए और अधिकतर नौकरी पेशा लोगों ने प्लॉट खरीदे भी, लेकिन अवैध कॉलोनी होने के कारण यहां बिजली भी नहीं थी. जिसके कारण लोगों को खुद के पैसे खर्च करके मोहल्ले में बिजली लगवानी पड़ी. वहीं स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने 40- 40 हजार प्रत्येक परिवार से चंदा लिया जिसके बाद कॉलोनी में बिजली लग पाई थी.

  • शातिर तरीके से बेचते हैं प्लाट, जमीन मालिक पर होती है कार्रवाई

अधिकतर कॉलोनाइजर और प्लाट बेचने वाले ठेकेदार शातिर तरीके से काम को अंजाम देते हैं. दरअसल जमीन का मालिक कोई और रहता है और ठेकेदार बीच में एजेंट का काम करता है. जब भी अवैध कॉलोनी और प्लाट के ऊपर प्रशासन कार्रवाई करता है तो नियम के मुताबिक जमीन के मालिक पर कार्रवाई करता है. इस वजह से अधिकतर कॉलोनाइजर और प्लाट ठेकेदार कानूनी कार्रवाई से बच निकलते हैं.

  • जिला प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

अवैध कॉलोनाइजर के खिलाफ जिला प्रशासन और नगर निगम ने कार्रवाई शुरू की है. जिसके चलते विकसित हो रही अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चलना भी शुरू हो गया है. एसडीएम अतुल सिंह ने बताया कि लोग अवैध कॉलोनियों में प्लॉट या मकान ना खरीदे इसलिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है और अब ऐसी कॉलोनी के सामने प्रशासन बोर्ड भी लगाएगा ताकि लोग जागरूक हो सके.

छिंदवाड़ा। सुंदर घर का सपना दिखाकर अवैध कॉलोनाइजर लोगों को लगातार ठग रहे हैं. जिले में अवैध कॉलोनियों का जाल फैलाया जा रहा है. साथ ही धड़ल्ले से प्लॉटिंग कर कॉलोनी काटी जा रही है. कॉलोनी का नक्शा और डायवर्सन पास कराए बिना ही मनमाने तरीके से प्लाट बेच कर जनता को ठगा जा रहा है. कॉलोनाइजर बिना पंजीयन के ही यह काम कर रहे हैं और बाद में खरीददार परेशान होता है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू किया है.

  • जिले में करीब ढाई सौ अवैध कालोनियों का जाल

जिले में करीब ढाई सौ अवैध कॉलोनी डेवलप हो रही हैं, जिनमें पहले खरीदारों को लुभावने सपने दिखाए जाते हैं और फिर मकान और प्लाट बेंचने के बाद खरीददारों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है. ना तो उन्हें सुविधाएं दी जाती हैं और ना ही उनकी फिर कोई सुनता है. नतीजतन खरीददार नगर निगम और जिला प्रशासन पर सुविधाओं के लिए दबाव बनाते हैं.

  • प्लॉट बेचकर भूले ठेकेदार

छिंदवाड़ा शहर के वार्ड नंबर 38 की भारत नगर कॉलोनी में करीब बीस साल पहले अवैध प्लाट बेचे गए थे जिनका ना तो डायवर्सन था और ना ही कानूनी तरीके से बनाने की अनुमति. सस्ते दामों में लोगों को प्लाट बेच दिया गया लेकिन 20 सालों बाद भी कॉलोनी में सड़क, नाली जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों को नहीं मिल पाई हैं जिसके कारण लोग आज भी परेशान हो रहे हैं.

अवैध कब्जा हटाने पहुंची निगम की टीम, कब्जा धारियों ने किया हंगामा

  • कॉलोनी में चंदे से आई बिजली

लोगों की परेशानी का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि चंदनगांव में एक कॉलोनी में प्लाट बेच दिए गए और अधिकतर नौकरी पेशा लोगों ने प्लॉट खरीदे भी, लेकिन अवैध कॉलोनी होने के कारण यहां बिजली भी नहीं थी. जिसके कारण लोगों को खुद के पैसे खर्च करके मोहल्ले में बिजली लगवानी पड़ी. वहीं स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने 40- 40 हजार प्रत्येक परिवार से चंदा लिया जिसके बाद कॉलोनी में बिजली लग पाई थी.

  • शातिर तरीके से बेचते हैं प्लाट, जमीन मालिक पर होती है कार्रवाई

अधिकतर कॉलोनाइजर और प्लाट बेचने वाले ठेकेदार शातिर तरीके से काम को अंजाम देते हैं. दरअसल जमीन का मालिक कोई और रहता है और ठेकेदार बीच में एजेंट का काम करता है. जब भी अवैध कॉलोनी और प्लाट के ऊपर प्रशासन कार्रवाई करता है तो नियम के मुताबिक जमीन के मालिक पर कार्रवाई करता है. इस वजह से अधिकतर कॉलोनाइजर और प्लाट ठेकेदार कानूनी कार्रवाई से बच निकलते हैं.

  • जिला प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

अवैध कॉलोनाइजर के खिलाफ जिला प्रशासन और नगर निगम ने कार्रवाई शुरू की है. जिसके चलते विकसित हो रही अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चलना भी शुरू हो गया है. एसडीएम अतुल सिंह ने बताया कि लोग अवैध कॉलोनियों में प्लॉट या मकान ना खरीदे इसलिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है और अब ऐसी कॉलोनी के सामने प्रशासन बोर्ड भी लगाएगा ताकि लोग जागरूक हो सके.

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