छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से फसलें खेत में ही सड़ गईं. इस दौरान किसानों के पंप भी खराब हो गए और पानी की कमी के चलते खेतों में ही किसानों की तैयार फसलें बर्बाद हो गईं, जिसके चलते कई किसान कर्जदार तक हो गए हैं. भीषण गर्मी में लोगों को राहत और पानी से भरपूर रखने वाला तरबूज-खरबूजा इन दिनों छिंदवाड़ा के किसानों के गले की फांस बन गया है. एक तो लॉकडाउन के चलते उनकी फसल की बिक्री नहीं हुई, दूसरी ओर तपती गर्मी में पानी नहीं मिलने से किसानों की फसल खेतों में ही सूख गई.
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फसल हुई खराब अब कर्ज चुकाने की चिंता
किसान का कहना है कि फसल लगाना बहुत महंगा है, इसलिए वे कर्ज लेकर खेती करते हैं. उन्हें इस साल उम्मीद थी कि बाजार में उनकी फसल बिकेगी तो कुछ फायदा होगा, लेकिन हालात ये हुए कि पूरी फसल खराब हो गई, जिससे उन्हें काफी घाटा हुआ है. कर्ज इतना बढ़ गया है कि चुकाना भी मुश्किल है. इसलिए आने वाली फसल लगाने का भी संकट खड़ा हो गया है.
दिन-रात काम करता किसान, रखवाली के लिए बनाता है ढबुआ
खेतों में लगी फसल का नुकसान न हो, इसलिए किसान दिन-रात मेहनत करता ही है, लेकिन बारिश और धूप से बचने के लिए खेतों में ढबुआ बनाकर फसलों की रखवाली भी करता है.