छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस से व्यापार पर बुरा असर पड़ा है, जिसके चलते व्यापारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिटनेस से जुड़े कारोबार की हालत भी अब बिगड़ चुकी है, जिम संचालक और जिम में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी भी जिम नहीं खुलने से परेशान हैं. जिम में जाने वाले खिलाड़ी भी अपने घरों पर ही रहकर एक्सरसाइज कर रहे हैं. जिम संचालक का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से जिम बंद रहे हैं. जिससे उन्हें लाखों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब सिर्फ एक ही उम्मीद है कि जल्द से जल्द जिम खुल जाएं.
छिंदवाड़ा में ही नहीं बल्कि देशभर में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन ने लोगों की आर्थिक कमर तोड़ दी है. अपनी फिटनेस को लेकर जो खिलाड़ी जिम में जाया करते थे. वह जिम बंद होने के कारण अपने घरों पर ही व्यायाम कर रहे हैं. जिम संचालकों की मानें तो जिम ही रोजी-रोटी चलाने का सिर्फ एक ही सहारा था, अब वह भी बंद पड़ा है. चार-पांच महीने से जिसके कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
जिम संचालक के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के चलते हर तबका आर्थिक संकट से जूझ रहा है. जिम संचालक का कहना है कि लगभग चार-पांच माह से जिम बंद हैं, उसके कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
स्टेट और नेशनल खिलाड़ी घर पर ही कर रहे वर्कआउट
जिम बंद होने के बाद स्टेट और नेशनल खिलाड़ी अब घर में ही रहकर वर्कआउट कर रहे हैं. खिलाड़ियों का मानना है कि फिलहाल वह घर पर रहकर तो कसरत कर रहे हैं लेकिन जो वर्कआउट जिम में करते थे वह घर पर नहीं हो पा रही है. उन्हें भी जिम खुलने का इंतजार है कि वह फिर से अपनी बॉडी को फिट रख पाएं.
लोन लेकर खरीदी थी मशीनें
जिम संचालक ने बताया कि जिम में बहुत सी मशीनें काफी महंगी हैं, जिसे उन्होंने बैंक से लोन ले कर खरीदा है. अब इस स्थिति में जिम बंद होने के बाद घर चलाने में दिक्कत हो रही है ऐसे में बैंकों का लोन कैसे चुकाया जाए, इसको लेकर परेशान हैं.
जिम संचालकों लगाई गुहार
जिम संचालकों का मानना है कि अनलॉक शुरू हैं, वहीं कोरोना वायरस को देखते हुए जिम लगभग 5-6 महीने से बंद हैं उन्हें भी खोल दिया जाए, जिससे उनका कारोबार पटरी पर लौट सके.