छिंदवाड़ा। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 1.27 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीदकर मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है, लेकिन खरीदे गए गेहूं का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं किया गया. ताजा मामला छिंदवाड़ा से सामने आया है, जहां खरीदी गए गेहूं को रखने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए. यही वजह है कि बारिश के बाद चंदनवाड़ा में खुले शेड में रखा गेहूं पूरी तरह खराब हो चुका है.
हैरानी की बात ये है कि यही गेहूं सोसाइटी में सप्लाई किया जा रहा है, जहां से गेहूं गरीबों को वितरण किया जा रहा है. छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्ना की सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से गरीबों को खराब गेहूं बांटा गया है. जब इस बारे में ईटीवी भारत ने समिति संचालकों से बात की तो उनका कहना था कि गेहूं चंदनवाड़ा के ओपन शेड से आ रहा है, जिसे वितरित किया जा रहा है. हालांकि खराब गेहूं को वापस भी कर चुके हैं.
इस बारे में जब ईटीवी भारत ने जिम्मेदार अधिकारियों से बात की तो वे कैमरे के सामने तो नहीं आए, हालांकि उनका कहना था कि गेहूं को सुरक्षित समितियों तक पहुंचाया जा रहा है, जहां से साफ सुथरा गेहूं गरीबों को वितरित किया जाएगा, लेकिन तस्वीर देखकर हकीकत का अंदाजा लगा सकते हैं कि गरीबों को कैसा गेहूं मिल रहा है.