छिंदवाड़ा। पूर्व सीएम कमलनाथ से उनके ही गृह नगर के आदिवासी खफा नजर आ रहे हैं. इसी के विरोध के चलते फव्वारा चौक पर गोंडवाना समाज के लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला जलाया. गोंडवाना समाज के देवरावेन भलावी ने बताया कि 15 जून को पूर्व सीएम कमलनाथ से भोपाल में मीडिया ने सवाल पूछा था कि आपका गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन हो रहा है. क्या पूर्व सीएम कमलनाथ को इसका सीधा जवाब देना था कि आखिर उनका राजनीतिक संबंध क्या है लेकिन पूर्व सीएम कमलनाथ ने गोंडवाना के लोगों को अपमानित करते हुए कहा कि छिंदवाड़ा में भी गोंड हैं 3-3 विधायक गौंड है लेकिन उनका कोई अस्तित्व नहीं है सब कांग्रेस से हैं इससे समाज अपमानित हुआ है और इसी के विरोध में कमलनाथ का पुतला जलाया गया.
कमलनाथ को सबक सिखाएंगे गोंडवाना के लोग: पूर्व सीएम कमलनाथ का पुतला जलाते हुए गोंडवाना समाज के लोगों ने कहा कि आने वाले समय में कमलनाथ को बताया जाएगा कि छिंदवाड़ा में हमारे समाज की क्या अहमियत है. उनके समाज के दम पर ही छिंदवाड़ा में राजनीति करने वाले कमलनाथ यहां से वापस जाएंगे और फिर से दोनों की रियासत में कौन ही राज करेंगे. छिंदवाड़ा से गौंड ही विधायक बनेंगे, छिंदवाड़ा के लोग ही छिंदवाड़ा में राज करेंगे. छिंदवाड़ा जिले के चुनावों में आदिवासी समाज चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाता है. छिंदवाड़ा जिले में करीब 17 लाख मतदाता हैं जिसमें से सात लाख आदिवासी समाज से हैं. जिले में 7 विधानसभाओं में से तीन विधानसभा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है.