छिंदवाड़ा। जिला सहित सम्पूर्ण देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण से हो रही असामायिक मौतों एवं मृतकों के अंतिम संस्कार के कष्टप्रद क्षणों की जानकारी मिलने पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक मार्मिक पत्र प्रेषित किया. उन्होंने वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुये लिखा कि मृत्यु उपरांत अंतिम संस्कार के लिए आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करवाना मानवीय दायित्व है, जिसे निश्चित पूर्ण किया जाना सरकार का कर्त्तव्य भी बनता है.
हकीकत बता रही मीडिया, सरकार निभाये अपने दायित्व
पत्र में कमलनाथ ने लिखा कि मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण निरंतर बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार तक सम्पूर्ण प्रदेश में 50 हजार से भी अधिक कोरोना के सक्रिय मरीज हैं. इस महामारी से अब तक सैकड़ों आमजन काल के गाल में समा चुके हैं. समाचार पत्रों और मीडिया में प्रकाशित समाचार श्मशानों की भयावय स्थिति दर्शा रहे हैं. महानगरों में शवदाह के लिए स्थान नहीं बचे हैं. अंतिम संस्कार के लिये 8-8 घण्टों तक इंतजार करना पड़ रहा है जो कि मृतकों के परिजनों के लिए अत्यधिक कष्टप्रद है.
श्मशान घाटों में लकड़ी की नहीं पर्याप्त व्यव्स्था
कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए जलाऊ लकड़ी की निरंतर कमी हो रही है. लकड़ी की उपलब्धता के लिए निरंतर मांग भी की जा रही है. साथ ही यह मांग भी की जा रही है कि अधिक मृत्यु वाले स्थानों पर तत्काल विद्युत शवदाह गृह स्थापित किये जायें. ताकि शवों का अंतिम संस्कार किया जा सके.
कोरोना से हो रही मौत के आंकड़ों पर कमलनाथ का शिवराज पर निशाना
कमलनाथ ने पत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि छिंदवाड़ा सहित सम्पूर्ण प्रदेश के मोक्षधाम स्थलों पर तत्काल जलाऊ लकड़ी की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. साथ ही कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक मृत्यु वाले महानगरों एवं जिला मुख्यालयों पर विद्युत शवदाह गृह स्थापित किये जाये. ताकि मृत शरीर की समुचित सम्मान के साथ अंत्योष्टि हो सके.