छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा पहुंचे पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने यहां की कलेक्टर शीतला पटले पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि मुझे लगता था कि मेरे गांव की बेटी है. कुछ काम करेगी, लेकिन उन्हें मेरे से मिलने तक की फुर्सत नहीं है. बिसेन ने कहा कि जिले के लोग मेरे पास समस्या लेकर आते हैं. आखिर मैं समस्या को लेकर कैसे बात करूं. जनता की समस्या का निराकरण कैसे करूं.
कलेक्टर के पास मिलने का टाइम नहीं : मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन आजकल छिंदवाड़ा दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने छिंदवाड़ा में प्रेसवार्ता लेते हुए यहां कलेक्टर शीतला पटले पर जमकर तीर चलाए. उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा की कलेक्टर उनके शहर बालाघाट की हैं. जब वे कलेक्टर बनी थीं तो उन्होंने शीतला पटले का स्वागत किया था. उन्हें गर्व भी है कि उनके समाज की हैं, लेकिन वे उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी हैं. बिसेन ने कहा कि वह 2 दिन से छिंदवाड़ा में हैं लेकिन कलेक्टर शीतला पटले के पास मिलने का समय नहीं है.
बहाना बना रही हैं कलेक्टर : बिसेन ने कहा कि यहां की कलेक्टर बहाना बना रही हैं. मेरे सामने पली-बढ़ी हैं. मुझसे ही मिलने का समय नहीं है.आखिर समस्या का कैसे निराकरण होगा. गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि मैं कलेक्टर को बचपन से लेकर उनकी पढ़ाई और उनके परिवार सभी को जानता हूं. वे युवा हैं. अनुभवी हैं. जब मैं ग्वालियर का प्रभारी मंत्री था तो उस समय यह ग्वालियर में एसडीएम थीं. पहली बार उन्हें कलेक्टरी मिली है. उन्हें उम्मीद थी कि वह बहुत अच्छा काम करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब लोग मेरे सामने समस्या लेकर आ रहे हैं.
आखिर किससे बताएं समस्या : बिसेन ने कहा कि अगर जिले से संबंधित कोई समस्या है तो आखिरकार किससे बात करूंगा. कलेक्टर का यह व्यवहार ठीक नहीं है. बता दें कि बालाघाट की रहने शीतला पटले वाली छिंदवाड़ा कलेक्टर के पद पर तैनात हैं. खास बात यह है कि कलेक्टर गौरीशंकर बिसेन की समाज से भी आती हैं. गौरीशंकर बिसेन का कहना है कि इस तरीके से अगर कलेक्टर रहेंगे तो जिले का विकास कैसे होगा. बिसेन द्वारा की गई आलोचना के चर्चे जिले के प्रशासनिक अमले में जमकर हो रही हैं.